अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शरण में गए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को वहां भी झटका खाने को मिला है. ट्रंप ने एक बार फिर से कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देने से मना कर दिया है. जानकारी के अनुसार इमरान ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की है. इस बातचीत में कश्मीर मामले पर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता के जरिए तनाव कम किए जाने की महत्ता पर जोर दिया.
जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाने और उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के भारत के फैसले को लेकर न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बंद कमरे में हुई बैठक से पहले ट्रंप और इमरान ने फोन पर बातचीत की.
बैठक के बाद व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव होगान गिडले ने एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर में हालात को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता के जरिए तनाव कम करने की महत्ता बताई.’ उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की.
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में कहा कि खान ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सुरक्षा परिषद की बैठक के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति को ‘भरोसे में’ लिया है. रेडियो पाकिस्तान ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘प्रधानमंत्री खान ने कश्मीर के ताजा घटनाक्रम और क्षेत्रीय शांति पर इसके खतरे के संबंध में पाकिस्तान की चिंता से अवगत कराया है.’