पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच भारत और अमेरिका ने एक बड़ा कदम उठाया है। जो भारत और अमेरिका के रिश्तों को और भी मजबूती देगा।
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने द्विपक्षीय 2 + 2 अंतर-व्यावसायिक बैठक की। दोनों देशों ने 22 अगस्त को कैलिफोर्निया के मोंटेरी में ये बैठक की। इस दौरान क्षेत्रीय विकास पर चर्चा करने के साथ ही एक स्वतंत्र, खुले, समावेशी, शांतिपूर्ण और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी खोज को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्रॉस-कटिंग रक्षा, सुरक्षा और विदेश नीति क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति और विकास की समीक्षा भी की, क्योंकि सितंबर 2018 की 2 + 2 मंत्रिस्तरीय बैठक ने आम हित पर आधारित इन क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने की बात की गई थी।
भारत और अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ वार्ता पिछले साल 2018 सितंबर में भी हुई थी। उस दौरान हुई ‘टू प्लस टू’वार्ता में दोनों देशों ने सीमापार आतंकवाद, एनएसजी की सदस्यता के भारत के प्रयास और विवादित एच 1 बी वीजा के मुद्दों पर चर्चा की थी।
तब भारत ने कहा था कि वह अमेरिका की अफगान नीति का समर्थन करने पर सहमति जताई थी। पहले हुई वार्ता के दौरान विदेश मंत्रालय (MEA) ने वार्ता में कुछ व्यापार मुद्दों को शामिल करने से इनकार कर दिया था। दोनों देशों ने मिलकर फैसला किया था कि वह व्यापार मुद्दों को अलग रखेंगे।