यूएई द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किए जाने से पाकिस्तान चिढ़ गया है। पाकिस्तानी सेनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने यूएई की अपनी निर्धारित यात्रा ही रद्द कर दी। दुनिया के कई मुस्लिम देशों ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है। पीएम मोदी को बहरीन ने भी सम्मानित किया है। यह सब पाकिस्तान को रास नहीं आ रहा है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यूएई में सेनेट के चेयरमैन की यात्रा से कश्मीरी लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, इसलिए, उन्होंने अपने और एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे को रद्द करने का फैसला किया है। 5 अगस्त को भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
पीएम मोदी इन दिनों फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की यात्रा पर हैं। भारतीय प्रधानमंत्री को 24 अगस्त को यूएई के सर्वोच्च नागरिक सम्मान‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से सम्मानित किया गया। पूर्व में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को इस सम्मान से नवाजा जा चुका है।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र प्रमुखों से बातचीत के दौरान आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया। साथ ही दुनिया के बड़े देशों ने कहा है कि यह एक द्विपक्षीय मामला है और किसी देश को दखल देने की कोई जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी जी7 सम्मेलन में हिस्सा लेने फ्रांस पहुंचेंगे। खबर है कि वहां उनकी मुलाकात डॉनल्ड ट्रंप से भी होगी। ऐसे में हो सकता है कि कश्मीर के मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच बात हो।
कश्मीर पर फैसले के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने एक बार आईसीजे जाने की भी धमकी दी है। लेकिन भारत के राजनयिकों और प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को यह बात बताई है कि कश्मीर का मामला भारत का आंतरिक मुद्दा है और संविधान के दायरे में रहकर इसपर फैसला किया गया है। वहीं पाकिस्तान यह जताने की कोशिश कर रहा है कि कश्मीर में लोग परेशान हैं। हालांकि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है और घाटी के लोगों की जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट आई है।