- खाड़ी में तनाव बढ़ने के आसार, पेंटागन ने कहा- रवाना हो रहे 750 सैनिक
- अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने इस फैसले को एहतियाती कदम बताया
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने नए साल की बधाई देते हुए ईरान को दी धमकी
- इराक के अमेरिकी दूतावास पर हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार बताया
विस्तार
इराक के बुलावे पर बगदाद में सेना भेजने का दावा करने वाला अमेरिका यहां अपने दूतावास में ईरान समर्थक प्रदर्शनकारियों के घुसने और आगजनी करने से गुस्सा गया है। उसने इराक के अपने दूतावास में मंगलवार को हुई तोड़फोड़ और ‘अमेरिका की हत्या’ के नारे लगाने के बाद सैकड़ों और सैनिकों को यहां भेजने का फैसला लिया है। इस कदम से खाड़ी में तनाव बढ़ने के पूरे आसार हैं। वाशिंगटन से जारी अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ‘पेंटागन’ ने कहा है कि वह इराक में उसके दूतावास पर हमले के बाद पश्चिम एशिया में 750 अमेरिकी सैनिक और रवाना कर रहा है। रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने इस कदम को एहतियाती बताते हुए कहा कि नई टुकड़ी में 82वें एयरबोर्न डिवीजन की यूनिट को अगले कुछ दिनों में भेजने की तैयारी है। इनमें से 500 को रवाना भी कर दिया गया है जबकि 4,000 और सैनिकों को भी जल्द ही रवाना किया जाना है।
विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इराक में हुए हमले को आतंकवादियों की साजिश करार दिया है और इनमें से एक की पहचान अबू महदी अल मुहादिस के रूप में की है। मुहादिस तेहरान समर्थित इराकी सशस्त्र समूहों के शिया नेटवर्क हश्द अल-शाबी का दूसरे नंबर का प्रमुख है। कतैब हिजबुल्लाह भी इसी का एक हिस्सा है जिसे अमेरिकी हवाई हमलों में निशाना बनाया गया था।
ट्रंप की धमकी, ईरान को बड़ी कीमत चुकानी होगी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नए साल की बधाई देते हुए ईरान को बड़े ही सख्त अंदाज में अपनी धमकी दी है। उन्होंने इराक के अमेरिकी दूतावास पर हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘इराक स्थित अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा व्यवस्था कई घंटे पूर्व बहाल की जा चुकी है।
हमारे कई बहादुर सैनिक दुनिया के सबसे खतरनाक युद्धक हथियारों के साथ मौके पर पहुंच चुके हैं मैं इस पूरे मामले में इराक के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने हमारे निवेदन पर तेजी के साथ प्रतिक्रिया दी।’
ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘हमारी किसी भी संपत्ति को किसी तरह का नुकसान पहुंचने और जिंदगियां खत्म होने के लिए ईरान को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया जाएगा। वे इसकी बड़ी कीमत चुकाएंगे। और यह कोई चेतावनी नहीं है, यह एक धमकी है। नया साल मुबारक हो।’
हमलों में हमारा हाथ नहीं : ईरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने इराक के आतंकी समूह पर किए गए अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की है। हमलों के बाद ईरानी सर्वोच्च नेता की यह पहली प्रतिक्रिया है। उधर, ट्रंप की धमकी के बाद ईरान ने इराक के अमेरिकी दूतावास पर हुई हिंसा में उसका हाथ होने से इनकार किया है।
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा, अमेरिका ने ईरान के विरोध में कम से कम 25 इराकियों की हत्या के लिए हमें जिम्मेदार ठहराने की हैरत भरी धृष्टता की है। उन्होंने अमेरिका को गलतफहमी के विरुद्ध चेतावनी देते हुए व्हाइट हाउस से उसकी विनाशकारी नीतियों पर पुनर्विचार को कहा।
बगदाद में ईरान समर्थक अमेरिकी दूतावास से हटे इराक की राजधानी बगदाद में ईरान समर्थकों ने अमेरिकी दूतावास परिसर की घेराबंदी खत्म कर दी है। इससे पहले हाशेद अल शाबी ने उन्हें धरना समाप्त करने का आदेश दिया था। ईरान के हाथों प्रशिक्षित हादेश के हजारों इराकी समर्थकों ने मंगलवार को दूतावास को घेर लिया था और उसके परिसर में तोड़फोड़ की थी। वे पिछले सप्ताहांत किए गए अमेरिकी हवाई हमले से नाराज थे जिसमें 25 हाशेद लड़ाके मारे गए थे।
प्रदर्शनकारी सामान्यत: उच्च सुरक्षा वाले ग्रीन क्षेत्र में बेधड़क चौकियों से आगे बढ़ते हुए दूतावास के गेट पर पहुंचे थे। उन्होंने वहां स्वागत कक्ष में तोड़फोड़ की और ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। इराक के अंतरिम प्रधानमंत्री अब्दुल अब्दुल माहदी ने इन नाराज लोगों से वहां से हटने का आह्वान किया, लेकिन उन्होंने उन्हें अनसुना कर दिया। हाशेद ने इन लोगों को दूतावास से हट जाने को कहा। उसने एक बयान में कहा, ”आपने अपना संदेश पहुंचा दिया है।”