नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो जब भी शुरू हो, यात्रियों को इसके लिए कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरतनी पड़ेंगी। मसलन, उन्हें फेस मास्क पहनना पड़ेगा और स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करना होगा। यही नहीं, अगर उनके शरीर का तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस से अधिक पाया गया तो उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग मानकों का पालन करना पड़ेगा और अपने हाथ सैनिटाइज करने पड़ेंगे। स्टेशन पर भीड़ बढ़ने पर यात्रियों की एंट्री रोकी भी जा सकती है।
 
 
शुरू में 15 मिनट के अंतराल पर चलेंगी ट्रेनें
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि वे एक्वा लाइन की सेवा शुरू करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की मंजूरी का इंतजार है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की एमडी रितु माहेश्वरी ने बताया कि सभी स्टेशनों और ट्रेन के भीतर आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। कुछ दिनों तक गाड़ियां 15 मिनट के अंतराल पर चलाई जाएंगी। अगर यात्रियों की संख्या बढ़ी तो बाद में गाड़ियों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले स्टेशन बंद रहेंगे और गाड़ियां उन स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी।
 
 
आरोग्य सेतु एप पर सेफ स्टेटस जरूरी
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने एक बयान में कहा कि सिर्फ फेस मास्क पहने यात्रियों को ही स्टेशन परिसर में जाने की अनुमति होगी। हर यात्री की थर्मल सेंसर से जांच होगी। यात्रा की अनुमति तभी मिलेगी जब शरीर का तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस तक होगा। सुरक्षा जांच से पहले एक टीम यात्रियों के शरीर का तापमान देखेगी। स्क्रीनिंग के बाद यात्रियों को हैंड सैनिटाइजर दिया जाएगा। स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु एप का होना और उसमें सेफ स्टेटस बताना भी जरूरी है। कोरोना संदिग्ध व्यक्ति और उसके सामान की जांच के लिए प्रत्येक स्टेशन पर दो पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) सूट उपलब्ध होंगे। गेट में प्रवेश करते या निकलते समय स्मार्ट कार्ड को सेंसर से 10 मिलीमीटर ऊपर रखना पड़ेगा। स्वचालित सीढ़ियों पर दो व्यक्तियों के बीच कम से कम दो सीढ़ियों की दूरी अनिवार्य होगी।

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