दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्लाज्मा की मांग बढ़ती ही जा रही है। कोरोना संकट के बीच देश की राजधानी दिल्ली में ही सब से पहले प्लाज्मा बैंक की शुरुआत हुई थी। ऐसे में प्लाज्मा की कालाबाजारी की खबरों को देख कर मुख्यमंत्री ने इसकी जांच कराने का आशवासन दिया है।
चांदनी चौक में गुरुवार को पुनर्विकास कार्य को देखने पहुंचे सीएम केजरीवाल ने एक सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि “हम प्लाज्मा मुफ्त में दे रहे हैं और आइएलबीएस अस्पताल में प्लाज्मा का स्टॉक भी 500 से ज्यादा है, तो लोग प्लाज्मा पैसे देकर क्यों खरीद रहे हैं? यह बात मुझे सझ में नहीं आ रही है। हम इसकी जांच करवाएंगे।“
साथ ही मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता से कहा कि उन्हें पैसे देकर प्लाज्मा खरीदने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे पास प्लाज्मा का स्टॉक उपलब्ध है, आपको हजारों रुपये खर्च करके प्लाज्मा खरीदने की कोई जरूरत नहीं है। हमने आईएलबीएस में प्लाज्मा बैंक खुलवादिया है और वहां सभी ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा उप्लब्ध है इसलिए सभी को वहीं से प्लाज्मा लेना चाहिए।
बुधवार को एक स्टिंग ऑपरेशन द्वारा प्लाज्मा की कालाबाजारी का पर्दाफाश हुआ। स्टिंग ऑपरेशन के दौरान यह पता चला कि, प्लाज्मा रिसीवर्स की संख्या प्लाज्मा डोनर्स से काफी अधिक है। इसी का फायदा उठा रहे प्लाज्मा डोनर्स प्लाज्मा रिसीवर्स से मुंह मांगी कीमत वसूल रहे हैं।