पूरी खबर एक नजर
- मोदी ने 1991 में फोटोग्राफर से बात करते हुए यह वादा किया कि वह अब अयोध्या तभी आएंगे जब राम मंदिर का निर्माण होगा।
- महेंद्र त्रिपाठी अयोध्या में एक मात्र फोटो ग्राफर थे जिन्होंने इस बात का खुलासा किया।
- त्रिपाठी ने राम मंदिर भूमि पूजन में न बुलाए जाने पर जताई है नाराजगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन करने जा रहे हैं। वह जाने-अनजाने में खुद से किए हुए वादे को भी पूरा करने जा रहे हैं। उन्होंने 29 साल पहले 1991 में राम मंदिर आंदोलन के दौरान फोटोग्राफर से बात करते हुए कहा कि जिस दिन राम मंदिर का निर्माण शुरु होगा उस दिन वह अयोध्या में वापिस आएंगे। यह खुलासा सोशल मीडिया पर 1991 की मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुमरली मनोहर जोशी की वायरल हो रही फोटो को खींचने वाले फोटोग्राफर महेंद्र त्रीपाठी ने किया था।
त्रीपाठी ने बताया कि वह अयोध्या में एकमात्र फोटोग्राफर थे और बीएचपी से जुड़े हुए थे इस दौरान उन्होंने यह तस्वीर ली थी। त्रिपाठी ने बताया कि, जोशी ने पत्रकार से मोदी का परिचय गुजरात के बीजेपी के नेता के रूप में कराया था।
हालांकि महेंद्र त्रिपाठी भूमिपूजन में न बुलाए जाने से नाराज हैं। त्रिपाठी का कहना है कि वह 1989 से विश्व हिंदू परिषद के लिए फोटोग्राफी कर रहे हैं। उनकी तस्वीरों में अयोध्या फैसलों में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन इन सब के बावजूद उन्हें भूमि पूजन कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया।