एक नजर पूरी खबर
- रेपिड टेस्टिंग किट के जरिए चार दिन में पांच हजार लोगों की जांच की जा चुकी है।
- कि कोरोना जांच की यह तकनीक इजरायल में विकसित की गई है भारत और इजरायल साथ मिलकर इस किट पर काम कर रहे हैं।
- परीक्षण के चार तकनीक।
दिल्ली में नॉन इन्वेंसिव टेस्टिंग कोविड जांच की जा रही है। रेपिड टेस्टिंग किट के जरिए चार दिन में पांच हजार लोगों की जांच की जा चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि अगले 2 महीन में इसके परिणाम आ जाएंगे। अगर ट्रायल सफल रहा तो इन टेस्टिंग किट से महज 30 सेकेंड में कोरोना की जांच रिपोर्ट मिल सकेगी।
आरएमएल अस्पताल में इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर दीपक ने बताया हैं कि कोरोना जांच की यह तकनीक इजरायल में विकसित की गई है भारत और इजरायल साथ मिलकर इस किट पर काम कर रहे हैं। राजधानी में पहले आरएमएल अस्पताल में इसका परीक्षण शुरू हुआ था। अब इसका प्रशिक्षण लोकनायक, सर गंगाराम और लेडी हार्डिंग अस्पताल भी किया जा रहा हैं। चारों जगहों पर मिलकार कुल 10 हजार लोगों के नमूने लिए जाएंगे। अब तक पांच हजार लोगों का परीक्षण किया जा चुका है। इसमें एक हजार आरएमएल से और बाकी इन तीनों अस्पतालों से हुए हैं। लोग स्वेच्छा से वालंटियर बनके इसके ट्रायल में शामिल हो रहे हैं।
परीक्षण के ये हैं चार तकनीक
1. पहली जांच सांस विश्लेषक होगी।
2. व्यक्ति के लार के नमूने से जांच
3. आवाज से परीक्षण किया जा रहा है। इससे व्यक्ति के आवाज से ही पता चल सकेगा की व्यक्ति संक्रमित है या नहीं
4. यह सामान्य आरटी-पीसीआर जांच प्रक्रिया की तरह होगा।