राजधानी में प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए मंगलवार से हाइड्रोजन सीएनजी (हाइड्रोजन कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस) से चलने वाली 50 क्लस्टर बसें सड़कों पर दौड़ेंगी। वर्तमान में डीटीसी (दिल्ली परिवहन निगम) और क्लस्टर बसें सीएजी (कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस) से चलती हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत दिल्ली में बसों में हाइड्रोजन सीएनजी (हाइड्रोजन कम्प्रैस्ड नेचुरल गैस) का प्रयोग पहली बार हो रहा है। दिल्ली में पहला हाइड्रोजन सीएनजी स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। यह स्टेशन राजघाट स्थित क्लस्टर डिपो में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। इसका उद्घाटन मंगलवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत करेंगे।
हाइड्रोजन सीएनजी के प्रयोग के पहले चरण में क्लस्टर की 50 बसों को 6 महीने तक दिल्ली की सड़कों पर चलाया जाएगा। इस रिपोर्ट की सुप्रीम कोर्ट समीक्षा करेगा। इस नए वाहन ईंधन के प्रयोग से यह पता लगाया जाएगा कि प्रदूषण के स्तर को कम करने में कितनी मदद मिल सकती है और यह सीएनजी से कितना बेहतर साबित हो सकता है।
सीएनजी का मुख्य स्नोत मीथेन गैस है, जबकि हाइड्रोजन-सीएनजी में कई गैसों का मिश्रण है। जिसमें 4-9 फीसद हाइड्रोजन गैस होती है। इसे ईंधन के रूप में प्रयोग करने के लिए कम्प्रेस्ड किया जाता है। मिश्रित ईंधन में 18 फीसद हाइड्रोजन और 82 फीसद सीएनजी होगी।
घाटे में चल रही डीटीसी (दिल्ली परिवहन निगम) अपने डिपो में सीएनजी स्टेशन भी खुलवाएगी।
इसके लिए डीटीसी जगह उपलब्ध कराएगी। इससे उसे राजस्व प्राप्त होगा। आम लोग डीटीसी के डिपो में लगने वाले स्टेशनों में सीएनजी सहित दूसरे ईंधन भरवा सकेंगे। इस संबंध में डीटीसी द्वारा निविदा जारी कर दी गई है। डीटीसी के नौ डिपो में लोगों को यह सुविधा आने वाले समय में मिल सकेगी, इसमें एक टर्मिनल भी शामिल हैं। डीटीसी ने सीएनजी, एलएनजी, हाइड्रोजन ईंधन की बिक्री के लिए स्टेशन खोले जाने के लिए निविदा जारी की है। इसके लिए डीटीसी किराये पर और लीज पर जगह उपलब्ध कराएगी। डीटीसी ने निविदा जमा करने की आखिरी तारीख छह नवंबर तय की है।
इन डिपो में खुलेंगे स्टेशन
1 ओखला सेंट्रल वर्कशॉप
2. सुखदेव विहार डिपो
3 हरि नगर कालोनी
4.नेहरू प्लेस टर्मिनल
5.रोहिणी डिपो
6.वजीरपुर डिपो
7.सुभाष प्लेस डिपो
8. रोहिणी डिपो
9. पीरागढ़ी डिपो