दिल्ली-यूपी और बिहार समेत कई राज्यों के लोगों को पंजाब में ट्रेनों का आवागमन शुरू होने का इतंजार है। दरअसल, लगभग एक महीने के लंबे अंतराल के बाद पंजाब से मालगाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है, लेकिन यात्री ट्रेनों की आवाजाही अभी बंद रहेगी। फिलहाल जम्मू व पंजाब की ओर जाने वाली ट्रेनें चार नवंबर तक निरस्त करने की घोषणा की गई हैं। वहीं, रेलवे हालात पर नजर रखे हुए है और स्थिति का आंकलन करते हुए ट्रेनों के संचालन पर फैसला लेगा।
गौरतलब है कि कृषि कानून के विरोध में पंजाब के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके प्रदर्शन के कारण 24 सितंबर से ट्रेनों की आवाजाही बंद है। मालगाड़ियों का परिचालन भी बंद हो गया था जिससे पंजाब में जरूरी सामान की दिक्कत होने लगी थी। वहां के किसानों व औद्योगिक इकाइयों को भी नुकसान हो रहा था। इसे देखते हुए प्रदर्शनकारी किसानों ने बृहस्पतिवार से ही मालगाड़ियों के परिचालन में बाधा नहीं डालने का फैसला किया था। लेकिन ट्रेन चलाने का विरोध कर रहे हैं।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने कहा बृहस्पतिवार से मालगाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। दो दिनों में 97 मालगाड़ियों का परिचालन किया गया। 50 मालगाड़ियां (42 खाद्यान्न की और आठ अन्य सामान की) तथा 21 कंटेनर रैक पंजाब से बाहर भेजे गए हैं। कोयला, तेल व खाद्यान से लदे हुए 26 रैक पंजाब भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि मालगाड़ियों का परिचालन शुरू होने से पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश तथा हरियाणा के लोगों को राहत मिलेगी, लेकिन हालात के मद्देनजर अभी यात्रा ट्रेनों का संचालन संभव नहीं है।
दूसरी ओर ट्रेनें नहीं चलने से यात्रियों की परेशानी बरकरार है।
- जम्मू राजधानी,
- वंदे भारत एक्सप्रेस,
- कालका शताब्दी,
- अमृतसर शताब्दी,
- अमृतसर-हरिद्वार जनशताब्दी,
- नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा एक्सप्रेस,
- अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस,
- फिरोजपुर-पटना एक्सप्रेस,
- दरभंगा-जालंधर एक्सप्रेस सहित त्योहार विशेष ट्रेनें चार नवंबर तक रद रहेंगी।