देश की राजधानी दिल्ली को सभी दिलवालों की दिल्ली कहते हैं। हालांकि दिलवालों की दिल्ली में इस लड़की के दर्द को देख कर सभी लोगों के मुंह से पीड़ा और संवेदना के ही शब्द निकल रहे थे।
राजधानी दिल्ली में झपटमारों का आतंक अब जानलेवा हो गया है। शुक्रवार शाम को शालीमार बाग इलाके में ई रिक्शा सवार युवती से बाइक सवार दो युवकों ने बैग लूट लिया। लेकिन, यह वारदात युवती की जान पर बन आई। बदमाशों ने जब युवती से बैग लूटा इस दौरान युवती चलते ई रिक्शा से सड़क पर मुंह से बल गिर गई। उसके मुंह पर काफी चोट आई है।
सड़क पर काफी देर बेहोश पड़ी रही युवती
हैरान करनी वाली बात यह है कि सड़क पर वह काफी देर तक बेहोश पड़ी रही, लेकिन वहां पर मौजूद दर्जनों लोगों में से किसी ने उसे अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। डीटीसी बस में मार्शल की नौकरी करने वाली एक युवती ने पीड़ता को अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद युवती के स्वजन और पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने लूट की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं।
ई रिक्शा सवार युवती से लूटा बैग
30 वर्षीय युवती की पहचान बुराड़ी निवासी नीलम के रूप में हुई है। शुक्रवार की शाम वह दीप मार्केट से घर जाने के लिए ई रिक्शा पर बैठी थीं। जब वह आजादपुर फ्लाईओवर की तरफ पहुंची तो वह किसी से फोन पर बात करने लगी। उनका बैग बगल में था। इस दौरान पीछे से बाइक सवार दो बदमाश आए और बाइक के पीछे बैठे एक बदमाश ने उनका बैग छीनने की कोशिश किया, लेकिन पीड़िता ने बैग को काफी जोर से के पकड़ा हुआ था। ऐसे में बदमाश ने झटका मारकर बैग लूट लिया और फरार हो गए। झटका लगने से पीड़िता चलते ई रिक्शा से मुंह के बल सड़क पर गिर गईं और बेहोश हो गई। उनके चहरे से काफी खून बह रहा था।
तमाशबीन बने रहे दर्जनों लोेग, महिला मार्शल ने की मदद
नीलम बेहोश हालत में सड़क पर पड़ी थी, वहां पर दर्जनों लोग भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी पुलिस को जानकारी देने की जहमत नहीं उठाई। इतना ही नहीं लोग पीड़िता को अस्पताल तक नहीं ले गए। इस बीच एक डीटीसी बस वहां से गुजर रही थी। बस में मार्शल की नौकरी करने वाली सीमा नाम की युवती ने भीड़ देखकर अपनी बस रुकवा ली। इसके बाद वह खुद पीड़िता को ई रिक्शा पर बैठाया और जहांगीरपुरी स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर पीड़िता का उपचार किया जा रहा है। सीमा ने बताया कि इस तरह की घटना पीड़ित को तुरंत को चिकित्सा मदद दिलाने और पुलिस को मामले की जानकारी देने में देर न करें। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।