बिहार के छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य और संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए तमन्ना कार्यक्रम के तहत उनके क्षमता का परीक्षण किया जाएगा। उसी के आधार पर उनके संपूर्ण व्यक्तित्व विकास को लेकर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी। जी हां, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने छात्र-छात्राओं के संपूर्ण विकास के लिए कमर कस ली है। तमन्ना कार्यक्रम के तहत माध्यमिक स्तर के बच्चो की क्षमता परीक्षण के लिए उनका एक एप्टीट्यूड टेस्ट लिया जाएगा जिसमें छात्र-छात्राओं के योग्यता, अभिरुचि, अभिप्रेरणा, व्यक्तित्व आदि का जायजा लिया जाएगा।
छात्रों के विकास की रूपरेखा हो रही है तैयार
इसके साथ ही यह फैसला लिया गया है कि ना सिर्फ उन छात्र-छात्राओं के लिए बल्कि जिले के अन्य विद्यालयों के सभी छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए रूपरेखा तय की जाएगी और इसे जल्द ही नए छात्रों में लागू किया जाएगा ताकि सभी छात्रों को बराबर वसना सिर्फ ए क्षेत्र में बल्कि हर क्षेत्र में अपना व्यक्तित्व विकास का मौका मिल सके।
शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
टेस्ट से पहले शिक्षकों को 7 से 10 दिसंबर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा यह टेस्ट 21 दिसंबर को होगा तथा इसके रिजल्ट के आधार पर 27 से 30 दिसंबर के बीच शिक्षक व अभिभावक की एक गोष्टी की जाएगी जिसमें अभिभावकों को एवं विद्यार्थियों को शैक्षिक एवं कैरियर संबंधी जानकारी दी जाएगी। इस परीक्षण के लिए एनसीईआरटी दिल्ली द्वारा ट्राई एंड मेजरमेंट एप्टिट्यूड एंड नेचुरल एबिलिटीज (तमन्ना) टूल का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके द्वारा जिले के चयनित अनुकरणीय आदर्श माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 9 एवं 10 के 100 विद्यार्थियों का एटीट्यूट टेस्ट किया जाएगा।