इन दिनों बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार काफी सख्त तेवर अपनाए हुए हैं। वो लगातार विभाग को निर्देश दे रहे हैं और व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने में लगे हैं । इसी सिलसिले में बिहार में शराब तस्करों पर लगाम लगाने के लिए मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने एक बहुत अहम फैसला लिया है। इसके तहत विभाग ने हर जिले में 50 किमी की दूरी पर एक गश्ती दल लगाया है। यह गश्ती दल सड़क से लेकर नदियों तक शराब की तस्करी पर पैनी नजर रखेगा और इसके लिए ड्रोन की मदद भी ली जाएगी।
ब्रेथ एनालाइजर के साथ पुलिस रहेगी तैनात
इसके अलावा शराब पीने वालों की धर-पकड़ तेज करने के लिए विभाग ने उपयुक्त संख्या में ब्रेथ एनालाइजर की खरीद की निविदा निकाली है। इसे हर गश्तीदल को दिया जायेगा। वहीं गुप्त सूचना देने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हे इनाम दिया जायेगा। जिलों में छापेमारी और गश्ती के लिए गाड़ी और इंधन की व्यवस्था की जा रही है।
निजी क्षेत्र में भी नौकरी पर रोक
एक अन्य कदम के रूप में नीतीश कुमार की सरकार ने सख्ती दिखाते हुए सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करने के बाद अब निजी क्षेत्र पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। खबरों के मुताबिक इसके तहत शराबियों को नौकरी नहीं देने का कदम उठाया जा सकता है।