कोरोना के नए वैरिएंट ओमनीक्रोन को देखते हुए बिहार में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी दावा किया है कि सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में व्यवस्था की जा रही है। कोरोना के इलाज में काम आने वाले संसाधनों को पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। अस्पतालों में तैयारी के साथ अब स्टॉफ बढ़ाने की कवायद तेज कर दी गई है। ट्रेकिंग और ट्रेसिंग के साथ अब टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही संभावित तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों में बेडों के साथ हेल्थ वर्करों की व्यवस्था युद्ध स्तर पर की जा रही है। मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन वाले बेडों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया गया है।

2020 में 865 पदों के लिए निकली थी बहाली

राज्य स्वास्थ्य समिति टीकाकरण को लेकर भी बड़ी तैयारी कर रही है। कोरोना से लड़ाई को लेकर मॉडल इम्युनाइजेशन सेंटर बनाया जा रहा है। इसके लिए ANM बहाली की अंतिम चयन सूची जारी कर दी गई है। 2020 में 865 पदों के लिए यह बहाली निकाली गई थी, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। अब ओमिक्रॉन के खतरे के बीच इसमें तेजी लाई जा रही है। इनमें सामान्य पदों के लिए 225, EWS के लिए 61 पद है।

अस्पतालों को बेड बढ़ाने का निर्देश

हालांकि अभी पूरे देश सहित बिहार में भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमनीक्रोन के ज्यादा मामले सामने नहीं आये है लेकिन,इस बार बिहार स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है।

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