जयनगर से जनकपुर होते हुए नेपाल के कुर्था तक ट्रेन परिचालन की घोषणा इसी माह माह हो सकती है। बता दें कि ट्रेन परिचालन की घोषणा नेपाल सरकार को करनी है।
इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। भारतीय गृह मंत्रालय की ओर से भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस अंतरराष्ट्रीय रेलखंड का निरीक्षण कर लिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि जनवरी माह में किसी भी दिन नेपाल सरकार की ओर से ट्रेन परिचालन की घोषणा हो सकती है।
मेंटेनेंस से जुड़े कार्य हुए शुरू
सात साल बाद भारत-नेपाल के बीच रेल सेवा फिर से शुरू होने की संभावना से सीमावर्ती क्षेत्र में खुशी की लहर है। जानकारी के मुताबिक, भारतीय कोंकण रेलवे के ट्रेन परिचालन व मेंटेनेंस से जुड़े अधिकारी व कर्मी जयनगर पहंच कर इंडो-नेपाल ट्रेन परिचालन व मेंटेनेंस को लेकर जनकपुर धाम जा चुके हैं। ट्रेन परिचालन व मेंटेनेंस से जुड़े कार्य शुरू कर दिए गए हैं।
प्रोजेक्ट का एक चरण पूरा
बता दें कि पूरा प्रोजेक्ट जयनगर से बर्दीबांस तक करीब 65 किलोमीटर रेलखंड निर्माण का है। इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था तक 34.90 किलोमीटर में कार्य पूरा कर ट्रेन परिचालन की तैयारी है। दूसरे चरण में कुर्था से विजलपुरा तक 17 किलोमीटर में रेलखंड का निर्माण होना है, जबकि तीसरे व अंतिम चरण में विजलपुरा से बर्दीबांस तक 13 किलोमीटर तक रेलखंड का निर्माण कर ट्रेन परिचालन शुरू किया जाना है। बता दें कि आमान परिवर्तन व रेलखंड के विस्तार की योजना को लेकर 2014 में इस रेलखंड पर रेल परिचालन बाधित किया गया था।