सहरसा में मंगलवार शाम, बैजनाथपुर-मधेपुरा रोड पर स्थित तिरी गांव के पास जीआर राइस मिल का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में कमिश्नर मनोज कुमार, जिलाधिकारी वैभव चौधरी, एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा, पूर्व सांसद आनंद मोहन और गांव के अन्य प्रमुख लोग मौजूद थे। जीआर राइस मिल के खुलने से 300 लोगों को रोजगार मिलेगा और किसानों को भी लाभ होगा।
राइस मिल के मैनेजिंग डायरेक्टर शुभम कुमार ने बताया कि मिल में विश्व स्तर की मशीन लगी हुई है जो खराब धान से भी अच्छा चावल निकाल सकती है। उन्होंने बताया कि इससे पलायन को काफी हद तक रोका जा सकेगा। अब किसानों को धान बेचने के लिए पंजाब-हरियाणा जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और जो मजदूर पलायन कर रहे हैं, वे भी अब यहीं रोजगार पा सकेंगे।
कमिश्नर मनोज कुमार ने कहा कि जीआर राइस मिल की क्षमता प्रति घंटा 12 टन है। उन्होंने बताया कि इस मिल के चलने से 300 लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, किसान जो धान उगा रहे थे और वह धान दूसरे प्रदेशों में मिल और पैक करके बेचा जा रहा था, अब वही प्रक्रिया यहाँ होगी जिससे किसानों को बेहतर मूल्य मिलेंगे।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इससे आसपास के क्षेत्रों के लोगों को भी फायदा होगा और यह सहरसा जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह खबर बताती है कि राइस मिल का उद्घाटन कैसे किया गया, इसके फायदे क्या हैं और इसका क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा।