कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया है कि कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव में 9 सीटों पर चुनाव लड़े थे और उससे पहले 12 सीटों पर भी चुनाव लड़ चुकी है। उन्होंने यह भी कहा है कि कांग्रेस को 9 से 12 के आसपास सीटें मिलनी चाहिए। इसके बाद बीजेपी ने तंज कसा है कि कांग्रेस सपना देख रही है। यह कहानी बताती है कि कांग्रेस को कम से कम 9 सीटों की आवश्यकता होगी।
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं और कांग्रेस में एक सांसद हैं, जो किशनगंज से हैं। कांग्रेस में विधायकों की संख्या 19 है। अभी तक नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने कांग्रेस की मांग को अनसुनी किया है। कांग्रेस की स्थिति यह है कि वह नीतीश कैबिनेट में दो और विधायकों को मंत्री पद दिलाना चाहती है, लेकिन इस मांग को अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
विधान सभा के उपचुनावों में भी लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच खटास जैसे संबंध दिखे। हालांकि, हाल के दिनों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लालू प्रसाद से मिलने के लिए उनकी बेटी मीसा भारती के आवास पर जाए और दोनों नेताओं ने साथ मटन खाया।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि कांग्रेस को 12 सीटों पर चुनाव लड़ने के सपने हैं, लेकिन वह चार-पांच सीट से ज्यादा नहीं लड़ पाएगी। चरवाहा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने भी बताया कि वह अपने लिए सीटें रखेंगे और अन्य दलों के साथ मिलकर सीटों का वितरण करेंगे।