बिहार के खुसरूपुर में एक दलित महिला के साथ बर्बरता की घटना और औरंगाबाद में सूर्यनाथ पासवान की हत्या के बाद, कारगिल चौक पर बढ़ते दलित अत्याचार के खिलाफ सैकड़ों दलित युवाओं ने ‘दलित न्याय मार्च’ निकाला। युवाओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग की है। दलित नेता अमरजीत कुमार ने बिहार में दलितों पर अत्याचार के बढ़ते मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि दलितों पर अत्याचार दिन पर दिन बढ़ रहा है और सरकार उन्हें सुरक्षा नहीं दे पा रही है। दलित न्याय मार्च में शामिल हुए युवाओं ने अपराधियों को फांसी की सजा और दोषियों के घर की गिरावट की मांग की है।
दलित नेता रजनीश कुमार पासवान ने दलितों को जगाने की आवाज उठाते हुए कहा कि वे बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के संविधान के माध्यम से लड़ाई और संघर्ष करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आजकल दलितों को मात्र 1500 रुपए के लिए निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है और उन्हें पेशाब पिलाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के संविधान के माध्यम से लड़ो और संघर्ष करो। अगर सरकार 48 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो बिहार में चक्का जाम हो सकता है।