बिहार के उद्योग मंत्री समीर सेठ ने सुपौल में एक कार्यक्रम में कहा कि गरीबी को मिटाने का सबसे बड़ा सूत्र शिक्षा है। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा से ही गरीबी खत्म की जा सकती है और इसलिए बच्चों को पढ़ाना जरूरी है। वहीं उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों को पढ़ाएं और उनका भविष्य बेहतर बनाएं। उन्होंने कहा कि इससे न केवल वह बच्चा बिहार की तरक्की के लिए सोचेगा, बल्कि देश की सेवा में भी योगदान देगा।
समीर सेठ ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत बीते एक साल में 38856 लोगों को जोड़ा गया है। इसमें सबसे ज्यादा महिलाएं उद्यमी योजना से व्यापार कर रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने उद्योग विभाग से 10 लाख रुपए का लोन दिया है और इसमें 5 लाख रुपए की सब्सिडी शामिल है। यह लोन 7 वर्षों में वापस करना होगा। उन्होंने बताया कि दिव्यांगों के लिए भी सरकार ने विशेष व्यवस्था की है।
यह कार्यक्रम सुपौल के निर्मली स्थित एचपीएस कॉलेज के समीप एक निजी स्कूल की वर्षगांठ पर आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में मधुबनी जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव, दुलीचंद महावीर पंसारी ट्रस्ट के अध्यक्ष विष्णु कुमार पंसारी, अभिषेक पंसारी भी मौजूद रहे।