HTML SUB HEADINGS:

5 बीघा धान-गेहूं की खेती से बेहतर है 5 कट्ठा में औषधीय पौधों की खेती करना

10 गुना तक ज्यादा है मुनाफा

एक-दो कट्ठा से करें औषधीय पौधों की खेती

बाजार की नहीं अब कोई दिक्कत

—————————————————————————————————————————————–

5 बीघा धान-गेहूं की खेती से बेहतर है 5 कट्ठा में औषधीय पौधों की खेती करना

धीरज कुमार/मधेपुरा के प्रगतिशील किसान शंभू शरण भारतीय के अनुसार, औषधीय पौधों की खेती 5 कट्ठा खेती करने के मुकाबले 5 बीघा धान-गेहूं की खेती से अधिक मुनाफा कमा सकती है। इसलिए, कई किसान उनसे इसकी तकनीक और मुनाफा जानने के लिए संपर्क कर रहे हैं।

10 गुना तक ज्यादा है मुनाफा

शंभू शरण भारतीय कहते हैं कि औषधीय पौधों की खेती पारंपरिक फसलों की खेती की तुलना में 10 गुना तक अधिक मुनाफा कमा सकती हैं। उन्होंने खुद पहले पारंपरिक फसलों की खेती की थी, लेकिन उससे अधिक मुनाफा नहीं हो पाता था। इसलिए, उन्होंने औषधीय पौधों की खेती शुरू की और अब उनकी खेत में 113 प्रकार की जड़ी बूटी लगी हुई है।

एक-दो कट्ठा से करें औषधीय पौधों की खेती

शंभू शरण भारतीय कहते हैं कि जो किसान औषधीय पौधों की खेती करना चाहते हैं, वे इसकी शुरुआत एक-दो कट्ठा से करें। इससे उन्हें इसकी खेती के तौर तरीके की संपूर्ण जानकारी हो जाएगी। उन्हें सलाह दी जाती है कि अगले सीजन की खेती शुरू करने से पहले आधा फसल बेचकर लागत निकाल लें और बची हुई फसल को बीज के रूप में तैयार करें।

धीरज कुमार/मधेपुरा की कहानी बताती है कि उन्होंने 5 बीघा धान-गेहूं की खेती से बेहतर मुनाफा कमाने के बजाय 5 कट्ठा में औषधीय पौधों की खेती शुरू की है। इससे उन्हें 10 गुना तक अधिक मुनाफा होने का अनुभव हुआ है। इस सफलता को देखकर अब कई किसान उनसे सलाह और तकनीक प्राप्त करने के लिए उनके पास जाते हैं। धीरज कुमार कहते हैं कि जो कोई भी किसान औषधीय पौधों की खेती करना चाहता है, वह इसे एक-दो कट्ठा से शुरू कर सकता है और बड़ी खेती के लिए अपने हिसाब से जमीन का इस्तेमाल कर सकता है। इसके अलावा वे बताते हैं कि उनकी खेत में अब अनेक प्रकार की औषधीय पौधे उगाए जा रहे हैं और उन्हें बिक्री के लिए बाजार में आसानी से खरीदारी की सुविधा भी मिल रही है।

Serving "जहाँ Indian वहाँ India" Since 2014. I Started News Desk in Early Days of India Internet Revolution and 4G. I write About India for Indians.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *