देश के सबसे बड़े लोकप्रिय पार्टी का दावा करने वाले भाजपा को तगड़ा झटका लगा है. एक तरफ जहां बीजेपी के नेता यह कहते हैं कि उनकी सरकार देश के किसानों का भला किया है तो वहीं पार्टी के बड़े सांसद ने एक बड़ा कदम उठाकर इस बात को गलत साबित कर दिया है. बीजेपी सांसद अपने पार्टी द्वारा किसानों को लेकर बनाई गई नीति से काफी नाराज हैं. उनके अनुसार केंद्र सरकार किसानों की उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतरी हैं.
ऐसा कहा जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में एनसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल को चुनाव हराकर वो संसद पहुंचे थे. उन्होंने गुजरात चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले संसद से इस्तीफा दिया है. विपक्ष जहां किसानों के मुद्दे को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है तो वहीं बीजेपी सांसद के इस कदम से बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. लोकसभा से इस्तीफा देने वाले इस नेता का नाम नानाभाऊ पटोले है.
जो महाराष्ट्र के गोंदिया से भाजपा सांसद हैं. इन्होने अपने इस्तीफे को लेकर यह कहा है कि भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने पर उन्होंने किसानों के मुद्दे सरकार के समक्ष उठाये थे, जिसे नहीं सुना गया और इसी वजह से उन्होंने पार्टी के सांसद पद से इस्तीफा दिया है. पटोले ने अगस्त महीने में महाराष्ट्र की भाजपा सरकार की किसानों का कर्ज माफ किये जाने के मुद्दे पर आलोचना की थी.