राजद मुखिया लालू यादव के सजा का ऐलान शनिवार को दोपहर दो बजे होगा. इससे पहले यह चर्चे होने लगे हैं यदि लालू को लंबी सजा होती है तो फिर पार्टी की कमान किनके हाथों में होगी. या फिर लालू जेल में रहकर ही पार्टी का नेतृत्व करेंगे. पटना हाईकोर्ट के वरीय वकील वाइवी गिरी की माने तो लालू को सजा तीन साल से लेकर सात साल के बीच हो सकती है. अगर सजा तीन साल से अधिक की हुई तो लालू को फिलहाल बेल नहीं मिलगी.
ऐसे में यह कहा जा रहा है कि जेल में रहने के दौरान लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के हाथों में पार्टी की कमान होगी. लालू यह पहले भी कह चुके हैं अगला विधानसभा चुनाव राजद तेजस्वी की नेतृत्व में लड़ेंगे. जिसे वे अपना उत्तराधिकारी घोषित कर चुके हैं. लेकिन यह भी सवाल उठ रहा है कि पार्टी में कई बड़े और वरिष्ठ नेता हैं, जिनमें लालू की अनुपस्थिति में तेजस्वी के उत्तराधिकारी के रूप में सामने रहने पर असंतोष के भाव जन्म ले सकता है.
आज लालू की जेल अवधि पर फैसला के बाद शनिवार को राजद कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक होनी है. अगर लालू को लंबी सजा हुई और उन्हें बेल नहीं मिला तो पार्टी की कोई बड़ी बैठक लालू के बगैर पहली बार होगी. लालू की उपस्थिति में पार्टी के तमाम बड़े नेता कुछ बोल नहीं पाते हैं, लेकिन तेजस्वी व तेजप्रताप यादव के साथ ऐसा फिलहाल नहीं होता दिख रहा. पहली बार लालू के उत्तराधिकारी व विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पिता लालू प्रसाद यादव की गैर मौजूदगी में पार्टी की बैठक करेंगे. कहा जा रहा है कि लालू की सजा के तुरंत बाद राजद की बैठक हो सकती है.