सोमवार 14 मई को इजराइल सैनिकों ने जेरूसलम में यूएस एम्बेसी के उद्घाटन के दौरान फिलिस्तीनियों पर अब तक सबसे घातक और बड़ा हमला किया है। पुरे मुस्लिम जगत में अमेरिका और इजराइल के इस फैसले की कड़ी निंदा की जा रही है।
हर कोई फिलिस्तीनियों को इजराइल के चंगुल से बचाने की बात कर रहा है। अरब देशों ने भी इजराइल के फिलिस्तीनियों पर हमले की कड़ी निंदा की है।
सऊदी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अरब लीग बुधवार को आपातकालीन बैठक का आयोजित करेगा। यह आपातकाल बैठकर करने का फैसला सऊदी ने जेरूसलम में अमेरिकी एम्बेसी खोलने को लेकर किया है।
दुनियाभर के मुसलमानों ने अमेरिका के इस कदम की जमकर निंदा की है. सऊदी ने अमेरिका के इस कदम को “अवैध” करार दिया है। अमेरिका के इस निर्णय पर इजरायल में अमेरिकी दूतावास को जेरूसलम में स्थानांतरित करने के लिए अमेरिका का शुक्रिया किया।
अल अरेबिया के मुताबिक, फिलीस्तीनी मामलों के संगठन के उप सचिव जनरल सईद अबू अली ने कहा कि यह आपातकाल बैठक संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा दूतावास को स्थानांतरित करने के अवैध तरीके से निपटने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
सोमवार 14 मई को इजराइल सैनिकों ने जेरूसलम में यूएस एम्बेसी के उद्घाटन के दौरान फिलिस्तीनियों पर अब तक सबसे घातक और बड़ा हमला किया है। पुरे मुस्लिम जगत में अमेरिका और इजराइल के इस फैसले की कड़ी निंदा की जा रही है।