विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सोमवार रात दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब पहुंच गईं। वह अबुधाबी में एक डिजिटल संग्रहालय का उद्घाटन करेंगी। इसमें महात्मा गांधी और आधुनिक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के संस्थापक शेख जायद के जीवन, कामों और दर्शन को प्रदर्शित किया जाएगा।
 
 
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि गांधी-जायद डिजिटल संग्रहालय महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और शेख जायद के जन्म के शताब्दी समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम का हिस्सा है। यह शांति, सहिष्णुता और स्थायित्व को बढ़ावा देगा।
 
 
यूएई दौरे पर सुषमा यहां अपने समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ भारत-यूएई संयुक्त आयोग के 12वें सत्र की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगी।आयोग की बैठक मुख्य उद्देश्य आर्थिक और तकनीकी सहयोग बढ़ाना है।
 
 
विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए सुषमा स्‍वराज के अबू धाबी पहुंचने की सूचना दी। उन्‍होंने ट्वीट किया, ‘हेल्‍लो अबू धाबी! विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज आकर्षक सिटी अबू धाबी पहुंच गई हैं। विदेश मंत्री भारत-यूएई के बीच होने जा रहे जेसीएम के 12वें सत्र की सह-अध्‍यक्षता करेंगी। इस दौरान यूएई की राजधानी अबूधाबी में वह गांधी-जायद डिजिटल म्यूजियम का उद्घाटन करेंगी साथ ही भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत भी करेंगी।’
 

 
गांधी-जायद डिजिटल म्यूजियम आधुनिक यूएई के संस्थापक शेख जायद व भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन, कार्यों व उनके विचारों को परिलक्षित करेगा। इस संग्रहालय का उद्घाटन ऐसे मौके पर हो रहा है जब महात्मा गांधी का 150वां जयंती वर्ष व शेख जायद का जन्मशताब्दी वर्ष है। बता दें कि करीब 50 अरब अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ भारत और यूएई एक दूसरे के सबसे बड़े कारोबारी साझेदार है और उन्होंने एक-दूसरे के यहां मजबूत निवेश किया है। यूएई भारत को तेल आयात करने वाला छठा सबसे बड़ा स्रोत है और यहां भारतीय समुदाय के करीब 33 लाख लोग रहते हैं।
 
उल्लेखनीय है कि यूएई भारत का करीबी साझेदार है और दोनों देशों के बीच करीब 50 अरब अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार है। इसके अलावा यूएई भारत को तेल आयात करने वाला छठा सबसे बड़ा स्रोत है और यहां भारतीय समुदाय के करीब 33 लाख लोग रहते हैं।

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