संयुक्त अरब अमीरात में जाने वाले लोगों को अब यह जानकारी होनी चाहिए कि वहां साथ ले जाने वाली दवाओं को भी सख्ती से जांचा जा रहा है. जिसके लिए बहुत ही कड़े नियम बनाये गए हैं. इसी नियम के चक्कर में एक भारतीय प्रवासी भी शारजाह एयरपोर्ट पर बुरे फंसे, बरेली के मौलाना तौसीफ रजा खां कादरी को UAE के शारजाह एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया, क्योंकि उनके पास से ऐसी दवाएं पाई गई, जो इंडिया में तो चलन में हैं लेकिन अमीरात में प्रतिबंधित है.
बता दें कि एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान मौलाना के पास जो दवाएं मिली थी वो निजी उपचार से जुड़ी थी, लेकिन इन दवाओं में नशे की मात्रा अधिक बताई जा रही थी. इतना ही नहीं जांच के दौरान मौलाना ने दवाओं का पर्चा न दिखाया, जिसके बाद से यूएई की पुलिस ने उनसे पूछताछ कर रही है. शनिवार को रजा अकादमी मुंबई के सचिव मुहम्मद सईद नूरी ने यूएई स्थित भारतीय दूतावास के राजदूत नवदीप सिंह सूरी को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप कर तत्काल रिहाई की मांग की है.
घटना 19 अक्टूबर की है. मौलाना की उम्र करीब 69 वर्ष हैं. मौलाना शारजाह एयरपोर्ट से भारत वापस आ रहे थे. मौलाना तौसीफ रजा खां सौ साला उर्से रजवी के सिलसिले में यूएई गए थे, दरअसल दुनिया भर में उर्स का प्रचार किया जा रहा है. इसी सिलसिले में गुरुवार को वह संयुक्त अरब अमीरात गए थे. मौलाना तौसीफ मियां हालैंड के बाद शारजाह गए थे. वहां से उन्हें रविवार को वापस दिल्ली लौटना था. इस मामले में और भी अपडेटेड जानकारी के लिए बने रहें.