क़तर संकट के चलते दोहा ने संयुक्त राष्ट्र संघ मानवाधिकार परिषद में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात की सदस्यता रद्द करने की मांग की है.
क़तर के अल-वतन अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़, क़तर की राष्ट्रीय मानव अधिकार परिषद के प्रमुख अली इब्ने समीख़ अल-मरी ने जेनेवा में राष्ट्र संघ के कार्यालय में आयोजित एक बैठक में राष्ट्र संघ मानवाधिकार परिषद से क़तर की घेराबंदी की जांच की मांग की और कहा इस परिषद में सऊदी अरब और यूएई की सदस्यता को रद्द किया जाना चाहिए.
दोहा का कहना है कि उसने यह मांग इसलिए की है कि क़तर की घेरबंदी से इस देश की जनता के अधिकारों का स्पष्ट रूप से हनन हो रहा है.
आपको बता दें कि, पिछले जून सऊदी अरब ने बहरीन,संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के साथ कतर पर आरोप लगाया था की “कतर आतंकवादी संगठनों को समर्थन और वित्तपोषण करता है और ईरान के काफी पास आने का आरोप लगाया था.” जिसके बाद से चारों देशों ने क़तर के साथ अपने राजनीतिक रिश्तों को लग-भग खत्म कर दिया था. सऊदी अरब और कतर के रिश्तों में अब नया मोड़ देखने को मिल रहा है.