आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान की मदद के लिए तेल का धनी कतर आगे आया है. कतर ने पाकिस्तान में 3 अरब डॉलर का नया निवेश करने की घोषणा की है. कतर चौथा ऐसा देश है जो पाक की मदद को आगे आया है. कतर के शासक अमीर शेख तमीम बिन हमाद ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान की यात्रा पूरी की है.
अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान को यह सहायता राशी दी और व्यापार को बढ़ावा देने, काले धन पर रोक लगाने व आतंकी फंडिंग को रोकने में मदद करने का आश्वासन दिया. इस दौरान कतर फाइनेंशियल इंफोर्मेशन यूनिट के प्रमुख शेख अहमद बिन ईद अल-थानी और पाकिस्तान की फाइनेंशियल मॉनिटरिंग यूनिट के कार्यवाहक महानिदेशक मुनीर अहमद के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए.
अमीर के आदेश पर उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने जमा और प्रत्यक्ष निवेश के तौर पर पाकिस्तान में कुल तीन अरब डॉलर का नया निवेश करने का एलान किया है. कतर और पाकिस्तान की आर्थिक साझेदारी अब 9 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी. दरअसल छह अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) और पाकिस्तान के बीच पिछले माह प्रारंभिक समझौता हो चुका है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की डॉ. फिरदौस आशिक अवान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कतर के अमीर को धन्यवाद किया.
इस धनराशि से पाकिस्तान को अपनी आर्थिक चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी. उन्होंने कतर के पाकिस्तानी चावल पर प्रतिबंध हटाने के कदम का भी स्वागत किया. इससे पहले चीन ने पाकिस्तान को जमा और वाणिज्यिक कर्ज के रूप में 4.6 अरब डॉलर दिए थे. सऊदी अरब ने भी तीन अरब डॉलर की नकदी और बाद में भुगतान पर 3.2 अरब डॉलर की तेल सुविधा उपलब्ध कराई थी. संयुक्त अरब अमीरात ने भी पाकिस्तान को दो अरब डॉलर नकद की मदद दी थी