अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के मुताबिक, कतर ने सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र से आयातित वस्तुओं को बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद इन देशों में किए गए सभी आइटम कतर निर्यात करने में सक्षम नहीं होंगे। हालांकि, हवाईअड्डे, नौसेना के अड्डों और दुकानों में पहले से ही उपलब्ध वस्तुओं को कोई नीति नहीं लाई गई है।
व्यास के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से सभी विक्रेताओं को जारी डिक्री के अनुसार सऊदी अरब सहित अन्य खाड़ी देशों द्वारा तैयार उत्पादों को बेचने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी इसलिए सभी व्यापारी देशों सामान खरीदने और बेचने से बचें बरतें । इस संबंध में, वाणिज्य मंत्रालय एक भी दुकान की जांच करेगा।
कतर सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि जिन अरब देशों के उत्पादों पर पाबंदी लगाई गई है वह खाड़ी सहयोग परिषद (Gulf Cooperation Council) के सदस्य भी हैं जिसकी वजह से इन देशों को कई वाणिज्यिक मामलों में अपवाद प्राप्त है। अब इन देशों के उत्पाद आवश्यक जीसीसी व्यापार समझौते के माध्यम से और प्रक्रिया के माध्यम से जाने के बिना कतर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले साल 5 जून को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र सहित सात अरब देशों ने आतंकवाद का आरोप लगाकर कतर राजनयिक संबंधों काट कर लिए थे। इन देशों ने कतर के वाणिज्यिक और राजनयिक बहिष्कार को और कड़ा कर दिया, जिससे अन्य देशों से कतर के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग की गई।