भारत ने कुवैत में बसे भारतीयों को स्थानीय रेजीडेन्सी और वीजा संबंधित कानून का पालन करने को कहा है। कुवैत में अपनी वीजा अवधि से अधिक समय तक ठहरने और अन्य नियमों का उल्लंघन करने के चलते कई प्रवासियों की गिरफ्तारी के मद्देनजर ये निर्देश दिए गए हैं।
 

People evacuated from Yemen seated in an IAF C-17 Globemaster-III aircraft at Djibouti prior to taking off to Mumbai, evacuated by the Indian Air Force (IAF), in Mumbai on April 05, 2015.

 
कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘कुवैत में रेजीडेन्सी और वीजा संबंधित कानून का उल्लंघन करने के चलते कई प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा ऐसी खबरें भी हैं कि घरेलू सहायक वर्ग का वीजा रखने वाले बहुत से प्रवासी वीजा और रेजीडेंसी कानून का उल्लंघन कर निर्माण और निजी क्षेत्र में काम कर रहे हैं।’’
 
 
उन्होंने कहा, ‘कुवैत में काम करने की अनुमति वाला वीजा रखने वाले लोगों को वहां वैध तौर पर रहना चाहिए और वहां के नियमों एवं कानूनों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।’’ कुवैत में भारतीय दूतावास ने भारतीयों को अपनी सिविल आईडी या पासपोर्ट अपने साथ रखने का निर्देश भी दिया है ताकि सुरक्षा जांच के दौरान वे उसे सुरक्षा अधिकारियों को दिखा सकें।
 
 
दूतावास ने कहा कि वह निर्वासन की समस्या का सामना कर रहे भारतीयों को यात्रा दस्तावेज (आपातकालीन प्रमाण पत्र) जारी करता रहेगा। विशेष रूप से उनके लिए जो अपने प्रायोजकों से पासपोर्ट प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। कुवैत में हिरासत में लिए गए भारतीयों की स्वेदश वापसी के लिए पिछले चार माह (जनवरी-अप्रैल 2018) में कुल 2,220 अपातकालीन प्रमाण पत्र (यात्रा दस्तावेज) जारी किए गए हैं।
 
 

बयान में कहा गया, ‘कुवैत में समय से अधिक ठहरने वाले भारतीयों की स्वेदश वापसी के लिए दूतावास यात्रा दस्तावेज जारी करता रहेगा।’’ पिछले साल भारतीय दूतावास की ओर से जारी आकंड़ों के मुताबिक कुवैत में वैध तौर पर रह रहे भारतीयों की संख्या 800,000 है जो इस अरब देश में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।

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