कुवैत में 18 वर्षीय भारतीय लड़की के साथ बहुत ही बुरा सलूक किया जा रहा है. नौकरी के नाम पर झांसा देकर उसे कुवैत ले जाया गया और उसे अब अनजानजगह पर रखकर बुरी तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। मालन बेगम नामक इस लड़की की हालत काफी खराब है वो बीमार है, ऐसे में उसका इलाज कराना तो दूर उसे खाना भी नहीं दिया जा रहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक इस लड़की ने हैदराबाद में अपनी मां रुकिया बेगम को फोन करके अपनी मुश्किलों के बारे में बताया है। मां ने अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद मांगी है और बेटी को वापस भारत लाने की अपील की है।
हैदराबाद के हफीज बाबा नगर की रहने वाली रुकिया ने सुषमा को इस बारे में एक चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने कहा है कि शालिबंदा की रहने वाली तस्लीम बेगम, उसके पति नवाज और शाहीन नगर में रहने वाले सलीम ने मालन बेगम को कुवैत में ब्यूटिशन की नौकरी ऑफर की।
उन्होंने हर महीने 100 दिरहम यानी करीब 22,000 रुपए सैलरी के तौर पर देने का वादा किया था। रुकिया के मुताबिक, जिन एजेंट्स ने मालन को अप्रोच किया था, उन्होंने खुद उसका पासपोर्ट बनावाया। 8 मई 2018 को लड़की को 13 जुलाई को खत्म होने वाले यात्रा वीजा पर कुवैत ले जाया गया। कुवैत में उसे एक और एजेंट मिला, जिसने उसे ब्यूटिशन की जगह पर एक घर में नौकरानी के पर काम करने को कहा।
रुकिया को नहीं मालू कि उनकी बेटी कुवैत में किस जगह पर है लेकिन उनके पास वह फोन नंबर है, जिससे मालन ने अपनी फैमिली को फोन करके कुवैत से बचाने को कहा था। रुकिया के मुताबिक मालना का इम्प्लॉयर कफील उसे छोड़ने के तीन लाख रुपए मांग रहा है। मालन बेगम की स्थिति इतनी खराब है कि उसे दवाई तक नहीं दी जा रही है। उसकी ने मां अपनी बच्ची को वहां से छुड़वाने के लिए विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है।