जहां एक तरफ एयर इंडिया ने अपनी फ्लाइट्स में हाजियों के मक्का शरीफ से आब-ए-जम जम ले जाने पर रोक लगाई लेकिन भारतीयों के एक ही दिन के गुस्से और प्रदर्शन के बाद एयर इंडिया को अपना फैसला वापिस लेना पड़ा।
भारत के ध्वज वाहक ने मंगलवार, 9 जुलाई को घोषित एयरलाइन के अधिकारियों ने हज के बाद विशेष रूप से हज के बाद सऊदी अरब से लौटने वाले यात्रियों को पांच किलोग्राम का पांच सामान भत्ता प्रदान करने का निर्णय लिया है।
चार जुलाई को एयर इंडिया के जेद्दाह ऑफिस द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक, जेद्दाह से आने वाली फ्लाइट्स (AI966 और AI964) में यात्रियों द्वारा जमजम का पानी लेकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध 15 सितंबर तक लगना था। लेकिन अब इसे हटा दिया गया है।
एअर इंडिया ने ट्वीट कर दी जानकारी
बता दें कि ‘जमजम कुआं’ सऊदी अरब के मक्का में स्थित है और कई हज यात्री अपने परिवार और मित्रों के लिये इस कुएं का पवित्र पानी लेकर आते हैं। एअर इंडिया ने मंगलवार को ट्वीट किया कि, ‘आबे जमजम से भरे कनस्तरों को विमान संख्या एआई 966 और एआई 964 में नहीं ले जाने से संबंधित निर्देशों के संबंध में हम लोग यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यात्री अब अपने स्वीकृत सामान के साथ जमजम कनस्तरों को भी साथ ले जा सकते हैं।’
https://twitter.com/airindiain/status/1148450050877489152
इसलिए लगाया गया था प्रतिबंध
सर्कुलर में लिखा था कि 15 सितंबर तक जेद्दाह-हैदराबाद-मुंबई और जेद्दाह-कोचिन फ्लाइट्स में यात्रियों को जमजम का पानी ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एयरक्राफ्ट में बदलाव के कारण और कम सीटों के कारण यह आदेश जारी किया गया था.
कांग्रेस विधायक ने नागर विमानन मंत्रालय को लिखा था पत्र
इसके बाद हज यात्रियों ने कांग्रेस विधायक अमीन पटेल से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी। अमीन पटेल ने नागर विमानन मंत्रालय को पत्र लिखा था और कहा था कि, ‘हज यात्रा से लौटने वाले यात्रियों के लिए जमजम का पानी ले जाने की व्यवस्था की जाए। जमजम एक पवित्र जल है, जिसका मजहबी महत्त्व है। इस पवित्र जल से बीमारियां तक के ठीक होने की बात सामने आती है। इसलिए हज यात्रियों को जमजम का पानी लेकर आने की अनुमति मिलनी चाहिए।’