मौसम ने दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में शनिवार को अचानक करवट बदली। दिल्ली-एनसीआर में 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धूलभरी आंधी चलने के कारण शाम पांच बजे ही अंधेरा छा गया। इसके बाद तेज हवा के साथ आई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी।
खराब मौसम के कारण दिल्ली आने वाली अंतरस्त्रिय दुबई, साउडी, क़तर, कुवैत समेत 27 उड़ानों के रूट बदलने पड़े, जबकि कई उड़ानों में देरी हुई। दिल्ली में ब्लू व रेड लाइन मेट्रो सेवा और करीब आधा दर्जन ट्रेनें भी प्रभावित हुईं।
आए आंधी तूफान के कारण 26 लोगों की मौत हो गई। वहीं इसमें 4 जानवरों की भी मौत हो गई। आंधी-तूफान एवं आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश के 11 प्रभावित जिलों में 26 लोगों तथा चार पशुओं की मौत हुई है। इनमें जौनपुर तथा सुल्तानपुर में पांच-पांच, चन्दौली एवं बहराइच में तीन-तीन, मिर्जापुर, सीतापुर, अमेठी तथा प्रतापगढ़ में एक-एक, उन्नाव में चार तथा रायबरेली में दो लोगों की मौत हुई हैं।
दिल्ली-एनसीआर के लोग शनिवार सुबह से ही भारी उमस के कारण बेहाल थे, लेकिन शाम को आई बारिश ने गर्मी से निजात दिलाई। शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 40.1 और न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आर्द्रता 49 से 74 फीसदी तक रिकॉर्ड की गई। आंधी-बारिश के कारण छुट्टी का दिन होने के बावजूद राजधानी में जाम से लोगों को परेशानी हुई। तेज आंधी से कई जगह पेड़ टूटने की सूचना भी है।
मई से अब तक 400 लोगों की मौत
शुक्रवार-शनिवार को बारिश और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कई राज्यों में मरने वालों की संख्या 56 हो गई है, जबकि इतने ही लोग घायल हुए हैं। दो दिन के भीतर उत्तर प्रदेश में 26, बिहार में 14, ओडशा में 10, झारखंड में 4 और मध्य प्रदेश में 2 लोगों की मौत हुई है। मई से अब तक तूफान और बिजली गिरने से देशभर में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।