दुबई/कुवैत: अपनी रोजी रोटी के खातिर हजारों भारतीय कामगार अरब देश में पैसे कमाने जाते हैं. जिसमें में कई कामगारों को तो सही जगह पर काम मिल जाता है. जहां उनका पैसा नहीं रोका जाता है. लेकिन कई कामगार ऐसे भी हैं जो ठगी के शिकार हो जाते हैं, उनसे काम तो लिया जाता है पर उन्हें पैसे नहीं दिया जाता है और तरह तरह से प्रताड़ित भी किया जाता है.
इस वजह से वजह कई कामगारों ने कुवैत को छोड़ दिया और चले गए. बता दें कि जिन कामगारों को वेतन नहीं मिले थे और लंबे श्रम विवाद के बाद उन्हें देश छोड़कर जाना पड़ा था. उनके लिए एकअच्छी खबर है. कुवैत सरकार एक बड़ी निर्माण कंपनी के 700 से ज्यादा भारतीय कामगारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. कुवैत में स्थित भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि देश का श्रम एवं सामाजिक मामलों का मंत्रालय खराफी नेशनल कंपनी के 710 कर्मचारियों में से प्रत्येक को 250 कुवैती दीनार (56,680 रुपए) देगा.
ये कर्मचारी सार्वजनिक मानव श्रम प्राधिकरण (पैम) में पंजीकृत थे और नवंबर, 2017 से अप्रैल, 2018 के बीच कुवैत छोड़ गए थे. ये कर्मचारी गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित भारत के अलग अलग हिस्सों के रहने वाले हैं. इस मामले से जुड़ी और भी अपडेटेड जानकारी के लिए बने रहें.