संयुक्त अरब अमीरात के रास अल खैमाह में एक 35 वर्षीय भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता का शव फंदे से लटका मिला है. सामाजिक कार्यकर्ता का नाम संदीप वेल्ललूर है. इस मामले RAK department of public works की रिपोर्ट के अनुसार कार्यकर्ता ने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी खोली जिसमें उसे बड़ा नुकसान हुआ. जिसके कारण ही उसने ऐसा कदम उठा लिया.
रिपोर्ट के अनुसार जब संदीप ने आत्महत्या की तो उसके साथ रहने वाले दो रूममेट घर पर नहीं थे. उसने यह कदम उठाने से पहले घर का दरवाजा लॉक कर लिया था, घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस घर का दरजवा तोड़ा. पुलिस ने देखा की संदीप का शव छत हुआ है.
यह जानकारी मेडिकल कमेटी से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता प्रसाद श्रीधरन ने दी.
वेल्ललूर युवा कला सहिती के महासचिव और फ्रेंड्स क्रिकेट एसोसिएशन के टीम लीडर थे. उन्होंने नियमित रूप से RAK में रक्तदान शिविर आयोजित किए. स्वास्थ्य और रोकथाम मंत्रालय ने उन्हें 2016 में मानवीय कृत्य के लिए प्रशंसा और स्मृति के प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित किया.”
श्रीधरन ने कहा कि मृतक ज़रूरत वाले लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करता था. उन्होंने एक भारतीय कार्यकर्ता के परिवार को 400,000 रुपये का योगदान दिया, जो लकवाग्रस्त था और फिर 2017 में आरएके में सड़क दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई. वेल्लूरूर ने अपने परिवार को तीन साल पहले भारत वापस भेज दिया था और आरएसी आप्रवासन विभाग के पीछे एक विला में अपने दो दोस्तों के साथ रह रहे थे.