भारत में बिहार के बक्सर के नावानगर थाना क्षेत्र के केसठ गांव निवासी गोपाल शर्मा अपनी बेटी पूजा की शादी धूमधाम से करना चाहते थे। इसके लिए वे बेहतर कमाई की आस में दुबई गए, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। बेटी की डोली उठने से पहले उनकी मौत हो गई। यह मनहूस खबर दुबई में रहने वाले गांव के ही युवक ने परिजनों को दी। तब घर में रोना-धोना मचा हुआ है।
मृत्यु दो सप्ताह पहले ही हुई है, लेकिन अबतक शव गांव में नहीं पहुंचा है। परिजनों को यह भी पता नहीं कि शव कब और कैसे आएगा? पति के वियोग में पत्नी दुर्गावती देवी पूरी तरह बदहवास हो चुकी है। वहीं बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। उनके दो बेटे व दो बेटियां हैं। घर में मची चीख-पुकार से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो उठा है। लोगों को ढांढस बनाने की हिम्मत नहीं हो रही है। गांव के लोगों ने बताया कि 45 वर्षीय गोपाल पर ही परिवार के भरण पोषण की जिम्मेवारी थी। घर की आर्थिक स्थिति को ठीक करने और बेटी की शादी धूमधाम से करने को लेकर सात समुंदर पार गोपाल 18 माह पूर्व दुबई गए थे। दुबई के जबलाली पार्क स्थित ट्रोजन कंपनी में कारपे¨टग का काम उन्हें मिला था।
विदेश जाने से पूर्व उन्होंने अपनी बड़ी बेटी पूजा की शादी तय कर दी थी। दिसम्बर में शादी होने की तैयारी परिवार में चल रही थी। तभी यह मनहूस खबर आ गई। हालांकि, 15 दिन पहले आई मृत्यु की सूचना के बाद परिजनों को न तो अब तक शव मिला और न ही इस बारे में पुख्ता जानकारी मिल सकी है। इसे लेकर पूरे गांव के लोग परेशान हैं। वहां से किसी प्रकार की स्पष्ट कोई जानकारी नहीं मिल रही है। जिससे परिवार के लोग परेशान व बेहाल है। ग्रामीण राजू दुबे ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व बेटी की शादी के लिए दुबई से भेजा हुआ समान कोरियर से मिला था। मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो रहा है।