बंद हो सकता है 737 मैक्स प्लेन का प्रोडक्शन
- लगा है कंपनी को जबरस्त घाटा
- हर महीने मॉडल के 42 विमान बनाए जाते हैं
- अमेरिका की विमान निर्माता कंपनी हैं बोइंग
- जसी जून तिमाही में 340 करोड़ डॉलर का हुआ है नुकसान
दुनियाभर में 737 मैक्स विमान के खड़े होने से हुआ है यह घाटा
- पहले इंडोनेशिया और फिर इथियोपिया में बोइंग के इस मॉडल के दो विमान हुए थे दुर्घटनाग्रस्त
- इसके बाद सभी देशों के एविएशन रेगुलेटर ने 737 मैक्स विमान की उड़ान पर लगा दी रोक
- इस कारण बोइंग को कई एयरलाइन कंपनियों को भारी देना पड़ रहा है मुआवजा
- अगर 737 मैक्स विमान लंबे समय तक उड़ान नहीं भर पाए तो बंद किया जा सकता है इसका प्रोडक्शन
हालांकि कंपनी की पूरी कोशिश है कि ये विमान फिर से सेवा में आ जाएं
- बोइंग ने पिछले 22 साल से किसी विमान मॉडल का नहीं बंद किया है
- इससे पहले कंपनी ने 1997 में 747 मॉडल के विमानों का प्रोडक्शन 20 दिनों के लिए किया था बंद
- एआई इफेक्ट से 2030 तक जा सकती है 2 करोड़ नौकरियां
अमेरिका की विमान निर्माता कंपनी बोइंग को जून तिमाही में 340 करोड़ डॉलर (करीब 23 हजार करोड़ रुपए) का घाटा हुआ है। यह घाटा दुनियाभर में 737 मैक्स विमान के खड़े होने से हुआ है। पहले इंडोनेशिया और फिर इथियोपिया में बोइंग के इस मॉडल के दो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए थे।
इसके बाद सभी देशों के एविएशन रेगुलेटर ने 737 मैक्स विमान की उड़ान पर रोक लगा दी। इस कारण बोइंग को कई एयरलाइन कंपनियों को भारी मुआवजा देना पड़ रहा है। कंपनी ने तिमाही नतीजे जारी के बाद कहा है कि अगर 737 मैक्स विमान लंबे समय तक उड़ान नहीं भर पाए तो इसका प्रोडक्शन बंद किया जा सकता है।
बोइंग ने यह चेतावनी तब जारी की है जब इसके सीईओ डेनिस मुइलेनबर्ग ने हाल ही में उम्मीद जताई थी कि 737 मैक्स विमान अक्टूबर से दोबारा उड़ान भर सकते हैं। मुइलबर्ग ने अब कहा है कि कंपनी की पूरी कोशिश है कि ये विमान फिर से सेवा में आ जाएं। इसके लिए तमाम जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। लेकिन, अगर देरी हुई तो कंपनी इसका प्रोडक्शन या तो कम कर देगी या बिल्कुल ही बंद कर देगी।
दुनिया के 150 देशों की कई एयरलाइन कंपनियां बोइंग से विमान खरीदती हैं। इन सभी देशों के एविएशन रेगुलेटर ने अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है कि निकट भविष्य में 737 मैक्स विमान की उड़ान फिर शुरू हो सकेगी। इन दोनों विमान हादसों से पहले बोइंग द्वारा हर महीने बनाए जाने वाले 737 मैक्स विमानों की संख्या 52 थी। लेकिन, यह घटकर 42 हो गई है। बोइंग ने पिछले 22 साल से किसी विमान मॉडल का प्रोडक्शन बंद नहीं किया है। इससे पहले कंपनी ने 1997 में 747 मॉडल के विमानों का प्रोडक्शन 20 दिनों के लिए बंद किया था।
एआई इफेक्ट से 2030 तक 2 करोड़ नौकरियां जा सकती हैं. बोइंग ने बताया है उसने 737 मैक्स विमान के सॉफ्टवेयर को अपडेट कर दिया है। सॉफ्टवेयर में खराबी को ही इंडोनेशिया और इथियोपिया में हुए हादसों का कारण बताया गया था। बोइंग अब तक तक सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के 225 सत्र आयोजित कर चुकी है। ज्यादातर टेस्टिंग की रिपोर्ट तमाम एयरलाइन कंपनियों और एविएशन रेगुलेटरों के साथ साझा किए जाते हैं।