पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्राधानमंत्री इमरान खान ने अपना कार्यभार संभालने के साथ ही बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए है। इमरान खान की सरकार ने सरकारी खर्च पर देश के बड़े अधिकारियों और नेताओं समेत राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की प्रथम श्रेणी हवाई यात्रा पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान की नई सरकार ने यह फैसला अपने खर्चों को कम करने की नीति के तहत लिया है। इस बात की जानकारी पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने दी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान का पीएम बनने के बाद इमरान खान ने प्रधानमंत्री आवास का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है। वो आवास के छोटे से हिस्से का ही इस्तेमाल करेंगे। साथ ही उन्होंने पीएम को मिलने वाली सुविधाओं में भी कटौती की है। इमरान केवल दो कार और सेवकों की सेवा लेंगे।
सूचना मंत्री फवाद चौधरी के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में कल हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया। चौधरी ने कहा, ‘यह निर्णय किया गया है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रधान न्यायाधीश, सीनेट चेयरमैन, नेशनल असेंबली के स्पीकर और मुख्यमंत्री क्लब/बिजनेस श्रेणी में यात्रा करेंगे।’
वहीं आर्मी चीफ के सवाल पर फवाद चौधरी ने कहा कि सेना प्रमुख को प्रथम श्रेणी में सफर करने की इजाजत नहीं है। वह हमेशा से बिजनेस कैटेगरी में सफर करते हैं। इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति तथा अन्य अधिकारियों ने निधि के विवेकाधीन आवंटन पर भी रोक लगा दी है।
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस आवंटन के तहत 51अरब रुपए की निधि का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि नवाज शरीफ ने ये राशि सिर्फ एक साल में इस्तेमाल की है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने विदेशी या घरेलू यात्रा के लिए विशेष विमानों और बिजनेस क्लास में यात्रा करने पर भी रोक लगाने का फैसला किया है।