विदेश में नौकरी की जांच-पड़ताल किए बगैर एजेंट पर भरोसा करने वाले कई लोग वहां मुश्किल में फंस रहे हैं। खासकर खाड़ी देशों में भारतीयों को बंधक बनाने और वेतन नहीं देने के मामले सामने आते रहे हैं। टिहरी जिले में तोली गांव के दीवान सिंह गुसाईं को भी सऊदी अरब में बंधक बनाया गया है। उन्हें पांच माह से वेतन नहीं दिया गया है। पीड़ित ने किसी तरह परिजनों से संपर्क कर उन्हें शीघ्र वापस भारत बुलाने की गुहार लगाई है, लेकिन विदेश मंत्रालय से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।
सउदी अरब में फंसे पीड़ित के भतीजे विकास सिंह गुसाईं निवासी ग्राम तोली चंद्रबदनी जामणीखाल ने बताया कि दीवान सिंह की मुलाकात केदारनाथ में एक होटल में मुजफ्फरनगर निवासी आलम नाम के व्यक्ति से हुई। उन्होंने 90 हजार देने पर होटल में काम करने के लिए कतर भेजने का आश्वासन दिया। 18 जनवरी को वह दिल्ली से कतर चले गए, लेकिन वहां से उन्हें सऊदी अरब ले गए। जहां उन्हें होटल के बजाए किसी अनजान जगह पर भेजा गया, जहां उन्हें बंधक बनाकर रखा जा रहा है और मारपीट कर किसी से बात भी नहीं करने दे रहे हैं।
पीड़ित ने किसी तरह परिजनों से संपर्क कर आपबीती सुनाते हुए शीघ्र घर बुलाने की गुहार लगाई है। विकास ने बताया कि एजेंट ने वापसी टिकट के साढ़े 13 हजार मांगे, लेकिन अब गुमराह कर रहा है। उन्होंने विदेश मंत्रालय से दीवान सिंह को स्वदेश लाने में मदद की गुहार लगाई है।