महानगर के ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र के आजाद नगर में विवाहित युवती ने पफांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने से पहले युवती का परिजनों से झगड़ा भी हुआ, ऐसा उसके हाथों में लगी चोटों से जाहिर हो रहा है। उसकी चार साल की मासूम बेटी संध्या ने पुलिस को बताया कि चाचा का उसकी मां से झगड़ा हुआ था। लेकिन पति साउदी अरब में रहता हैं, हालांकि मायके वालों ने ससुराल वालों हत्या करने का आरोप लगाया है।
इस संबंध में अभी कोई एपफआईआर दर्ज नहीं हुई है। पुलिस लाश को पोस्टमार्टम के लिए ले आई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। युवती के पफांसी लगाने की सूचना पर सीओ सिटी मंजूनाथ ने भी मौका मुआयना किया। ट्रांजिट कैंप पुलिस को शुक्रवार की सुबह सूचना मिली कि आजादनगर में शीतल (23) पत्नी विनोद मौर्य ने फांसी लगा ली है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को पफांसी से उतारा और मजिस्ट्रेट को बुलाकर पंचनामे की कार्रवाई की। शीतल के हाथ में चोट के निशान मिले। उसकी चूडियां भी टूटी पड़ी थी। उसने दुपट्टे से फांसी लगाई थी। पुलिस ने दुपट्टा सील कर दिया है। इसके अलावा पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पुलिस ने घटनास्थल पर छानबीन शुरू की तो पता चला कि शीतल का पति से अकसर फ़ोन पे झगड़ा होता था। विनोद पत्नी पर संदेह करने के साथ ही इसलिए भी नाराज रहता था कि शीतल ने तीन बेटियां पैदा की हैं। जबकि वह वंश चलाने के लिए बेटा चाहता था। तीन बेटियों में से दो बेटियों की मौत के लिए भी विनोद का ही जिम्मेदार ठहराया गया। पुलिस ने घटना के समय मौके पर मौजूद चार साल की बेटी संध्या से पूछताछ की तो उसने बताया कि सुबह चाचा जिंकू मौर्य का मम्मी से झगड़ा हुआ था। इसके बाद चाचा डयूटी चला गया और शीतल ने पफांसी लगा ली। पुलिस ने डयूटी पर गए जिंकू मौर्य को बुलाया और हिरासत में ले लिया। पुलिस अभी उससे पूछताछ नहीं कर सकी है।
उधर शीतल की मौत की खबर मिलते ही उसके मायके वाले बरेली के मीरगंज थानांतर्गत कुलछा खुर्द गांव से यहां पहुंच गए। शीतल के भाई डालचंद्र मौर्य ने बताया कि उसका जीजा विनोद, शीतल पर संदेह करता था। वह उसे मायके भी नहीं भेजता था। होली पर शीतल को लेने के लिए उसके पिता आए थे, लेकिन विनोद ने उन्हें खाली लौटा दिया था। उसका कहना है कि विनोद, शीतल को किसी से बात करते देख लेता तो भी मारपीट करता था।
शीतल की बहन बबली का कहना है कि शीतल की शादी को सात साल हो चुके हैं। उसने तीन बेटियों को जन्म दिया था, लेकिन बड़ी बेटी ही जिंदा है, उसके बाद पैदा हुई दो बेटियों को उसके जीजा ने ही मार डाला। उसका कहना था कि जीजा से उसकी बहन कांपती थी। वह कभी मायके जाती भी तो वह रुकती नहीं थी। मिलकर लौट आती थी। उसने बताया कि शादी के बाद से शीतल के साथ मारपीट शुरू हो गई थी