दुबई में आठ भारतीय नाविक पिछले नौ महीने से बिना पूरे वेतनमान के एक जहाज में फंसे हुए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट के अनुसार, पनामा से रवाना हुआ जहाज पिछले साल नवंबर में दुबई की समुद्रीसीमा में पहुंचा।
जहाज में फंसे नाविकों ने बताया कि कंपनी ने उन्हें बिना वेतन और बिना भोजन एवं ईंधन के छोड़ दिया है। एमवी टॉपमैन नामक यह जहाज दुबई मैरीटाइम सिटी के 13वीं गोदी में लगा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, नाविकों ने कहा कि दुबई पहुंचने के बाद उन्हें महज एक ही महीने का वेतन दिया गया है और भोजन एवं पेयजल की नाममात्र की आपूर्ति की जा रही है।
किसी तरह जिंदा हैं
जहाज में फंसे नाविकों में से एक ने बताया कि हम किसी तरह से जिंदा हैं। हमारा वजन सात-आठ किलो गिर चुका है। हमारे पास ताकत नहीं बची है। उधर हमारे परिवार वाले भी परेशान हो रहे हैं। स्थिति ऐसी हो गयी है कि हम आत्महत्या करने की दहलीज पर हैं। उल्लेखनीय है कि नाविकों के पास संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का वीजा नहीं है इस कारण वे जहाज से उतर नहीं सकते हैं.
यूएई प्राधिकरण ने कंपनी पर प्रतिबंध की धमकी दी
जहाज पर सवार एक वरिष्ठ क्रू सदस्य ने बताया कि यदि कोई दुर्घटना या चिकित्सा की आपात स्थिति होती है तो हम सहायता लेने के लिए भी बाहर नहीं जा सकते हैं। सदस्य ने बताया कि सभी अग्निशमन यंत्र खत्म हो चुके हैं। इसके साथ ही यूएई की संघीय परिवहन प्राधिकरण ने जहाज के भारतीय मालिक को चेतावनी दी है।
प्राधिकरण ने कहा कि अगर गुरुवार तक नाविकों की समस्या को खत्म करने की कोई योजना नहीं पेश की गई तो कंपनी पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। वहीं शारजाह में कंपनी के प्रतिनिधि कार्यालय के एक कार्यकारी ने कहा कि कंपनी वित्तीय संकट का सामना कर रही है। इसलिए नाविकों का वेतन जहाज बेचने के बाद ही दिया जा सकेगा।