दुबई में मंच पर लोगों को हंसाते-हंसाते अचानक दुनिया से विदा होने वाले भारतीय कॉमेडियन मंजूनाथ नायडू के दोस्तों और सहकर्मियों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। उन्होंने कॉमेडियन को ऐसा व्यक्ति बताया जो लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता था। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, 36 वर्षीय कॉमेडियन को दर्शकों के सामने मंच पर अभिनय करते समय 19 जुलाई को दिल का दौरा पड़ गया। वह मंच पर गिर पड़े और उनकी मौ’त हो गई। जब वह मंच पर गिरे तो दर्शकों को लगा कि यह भी उनके अभिनय का हिस्सा है।
चेन्नई से ताल्लुक रखने वाले नायडू का दक्षिण भारतीय रीति-रिवाजों से जेबेल अली शवदाहगृह में बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। कॉमेडियन को अंतिम विदाई देने के लिए करीब 80 लोग एकत्रित हुए। गल्फ न्यूज की खबर के अनुसार, नायडू के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है।
उनका भाई हांगकांग में रहता है और वह वीजा की दिक्कत के कारण अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका। उनके परिवार से केवल भाभी ही अंतिम संस्कार में शामिल हुईं।
खबर में उनके दोस्त और साथी हास्य कलाकार मिकदाद दोहदवाला के हवाले से कहा गया है, ”उनका अभिनय आखिरी था। वह मंच पर गए और अपनी कहानियों से लोगों को हंसा रहे थे। वह अपने पिता और अपने परिवार के बारे में बात कर रहे थे। फिर उन्होंने एक कहानी सुनाई कि वह कैसे तनाव और बेचैनी से गुजरे। कहानी सुनाने के एक मिनट के भीतर ही वह गिर पड़े।” उन्होंने बताया कि लोगों को लगा कि यह उनके अभिनय का हिस्सा है। उन्होंने इसे मजाक के तौर पर लिया।
दोहदवाला ने बताया कि डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। उन्होंने कहा, ”उनके माता-पिता का देहान्त हो चुका है और परिवार में केवल एक भाई है। यहां कोई रिश्तेदार नहीं है। कला और हास्य की दुनिया के क्षेत्र से जुड़े सभी लोग उनका परिवार हैं।”