ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बीजन नामदार ज़ंगने ने शाम पत्रकारों से बात करते हुए क्षेत्र के हालिया परिवर्तनों की ओर संकेत किया और कहा कि क़तर के साथ ईरान का तेल कार्यक्रम अतीत की भांति चलता रहेगा।

सऊदी अरब, इमारात, बहरैन और मिस्र ने क़तर पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाते हुए दोहा से अपने संबंध तोड़ लिए हैं।
 
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री ने फ़रज़ाद बी गैस फ़ील्ड में विस्तार के बारे में कहा कि ईरान की भारत के साथ फ़रज़ाद बीस गैस फ़ील्ड के विस्तार और क़ीमत के मुद्दे पर सहमति नहीं हो पायी है किन्तु अब भी इस संबंध में तेहरान और नई दिल्ली के बीच वार्ता का क्रम जारी है।
 
श्री बीजन नामदार ज़ंगने ने यह बयान करते हुए कि फ़रज़ादी बी गैस फ़ील्ड के विस्तार के लिए दो समान्तार रास्ते दृष्टिगत रखते गये हैं, कहा कि ईरान, फ़रज़ाद बी गैस फ़ील्ड के बारे में रूस की कंपनी गैसप्रोप से वार्ता करने अतिरिक्त इस प्रयास में है कि स्वयं ही इस फ़ील्ड का विस्तार करे।
 
ज्ञात रहे कि फ़रज़ाद बी गैस फ़ील्ड का पता लगने के बाद  भारतीय कंपनियों को इसका विस्तार करना था किन्तु ईरान के विरुद्ध प्रतिबंधों के कड़ा होने के बाद इन कंपनियों ने अपनी गतिविधियां रोक दी गयीं।
 
ईरान पर लगे प्रतिबंधों के हटने के बाद भारतीय कंपनियों ने एक बार फिर फ़रज़ाद बी गैस फ़ील्ड के विस्तार में रुचि दिखाई हैं और तमाम बैन के बीच क़तर के साथ भारत व्यपरिक सम्बंध मज़बूत करेगा और एक दूसरे को आगे बढ़ने में सहयोग करेंगे.

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