लोग सऊदी अरब और दूसरे खाड़ी देश जाकर अपने परिवार के भरण-पोषण में लग जाते हैं और दिन प्रतिदिन अपने 24 घंटे के मेहनत से परिवार की खुशहाली की कामना करते हैं. यह माजरा काफी आम है और सिवान गोपालगंज छपरा और महाराजगंज के अधिकांश परिवार सऊदी और अलग-अलग खाड़ी देशों में रहकर अपने परिवार का गुजारा करती हैं.
अभी अभी खबर को संदेश व्हाट्सएप के जरिए भेज छपरा जिला के एक कामगार जो सऊदी अरब में रहता है ने मामले की जानकारी दें, उसने बताया कि मैं इस बुजुर्ग का बड़ा बेटा हूं और मुझे नहीं पता किन कारणों से घर पर झगड़ा हुआ लेकिन मेरे छोटे भाई ने मेरे पिताजी का सिर फोड़ दिया यह कहां का परिवारिक ता है अगर हम लोग खाड़ी देश में है तो हमारे घरों के खुशहाली की गारंटी कौन लेगा, मां के हम अब और किन के लिए कमाएं.
काफी शर्म की बात है कि आज छोटे छोटे मामलों में लोग निजी रिश्तो को भूलकर जान लेने तक पर उतारू हो जाते हैं और ऐसे वक्त जब एक पुत्र खाड़ी देश में रह रहा हूं और वह जानते हुए और सब कुछ देखते हो तो कुछ नहीं कर पा रहा हो काफी खुद को असहाय महसूस करता है.
नैतिकता की इस पतंग को देखकर लगता है जीवन के मांझी कब कट जाए कुछ पता नहीं लेकिन सुकून भरे आंख बंद करने की नसीहत कभी नहीं आती. इस मामले को आगे से आगे शेयर करें और लोगों तक जरूर फैलाएं ताकि कम से कम लोगों को यह डर जरूर रहे कि अगर ऐसी कोई गलती करते हैं तो कल मीडिया में खबरें छप जाएंगी और बड़े लेवल पर तौहिणी अप पुलिस कार्यवाही हो सकती हैं.