सऊदी अरब के एक प्रिंस को तगड़ा झटका लगा है. उन्हें ब्रिटेन कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है. प्रिंस पर लाखों डॉलर का लोन लेने के दौरान अनदेखी के करने का आरोप लगा है. लंदन कोर्ट ने शुक्रवार को जैन सऊदी अरब के पूर्व अध्यक्ष प्रिंस हुसम बिन सौद बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद को एक साल जेल की सजा सुनाई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन कोर्ट का आरोप है कि, प्रिंस सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं थे. प्रिंस का कहना है कि ऋण मामले की सुनवाई सऊदी अरब में होनी चाहिए. प्रिंस और कुवैत मोबाइल ऑपरेटर के बीच 2010 से एक लोन को लेकर विवाद चल रहा है. लंदन कोर्ट ने प्रिंस को 500 मिलियन डॉलर से अधिक भुगतान करने का आदेश दिया था. हालांकि राजकुमार ने ब्रिटिश अदालत के आदेशों को अनदेखा किया और रियाद में इस मामले के खिलाफ सुनवाई की अपील की.
रियाद में प्रिंस हुसम के वकील यासर अलमेस्ड ने कहा कि यह विवाद ब्रिटेन का नहीं है. इसलिए इसकी सुनवाई सऊदी अरब में होनी चाहिए. मोबाइल दूरसंचार कंपनी के वकील जैन राजकुमार को जेल भेजने की मांग की है. उन्होंने यह मांग की है कि प्रिंस पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया जाय. इस मामले में और भी अपडेटेड जानकारी के लिए बने रहे.