घरेलू कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत और सऊदी अरब के बीच किए गए नए रोजगार समझौते के तहत सऊदी अरब में रोजगार तलाश रही भारतीय महिला घरेलू कामगार की आयु 25 से 50 वर्ष के बीच तय की गई है। भारत ने पहले कहा था कि महिला कामगार की न्यूनतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए। बाद में दोनों देश एक समझौते के अनुरूप आयु तय करने को लेकर सहमति पर पहुंचे जिससे भारत के घरेलू कामगारों का संरक्षण सुनिश्चित होगा।
इससे पहले भारत से आने वाली महिला घरेलू कामगार के लिए कोई आयु सीमा नहीं थी। अब यदि 25 वर्ष आयु की कोई भारतीय महिला सऊदी अरब जाना चाहती है तो भारत उसे नहीं रोकेगा। सऊदी अरब भेजे जाने से पहले घरेलू महिला कामगार को भारत में एक क्रैश कोर्स कराया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- नए कामगार अनुबंध के अनुसार वहां घरेलू काम करने वाले भारतीय कामगारों को अब बतौर वेतन 1200 रियाल यानी लगभग 230 डॉलर दिए जाएंगे।
- नियोजक को कामगारों के लिए वापसी टिकट का भी प्रबंध करना होगा।
- नए नियमों के तहत कामगारों को प्रतिदिन 8 घंटे के हिसाब से अवकाश दिया जाएगा, वार्षिक 15 सवैतनिक और दो वर्ष की सेवा पूरी हो जाने पर 30 दिन का सवैतनिक अवकाश देना अनिवार्य होगा।
- नियोजक को प्रत्येक महीने की अंतिम तिथि को सऊदी बैंकों में कामगारों खातों में वेतन देना होगा और श्रमिकों को उसकी रसीद भी उपलब्ध करानी होगी।
- नियोजकों को भारतीय दूतावास में घरेलू कार्य करने वाले कामगारों के लिए दिए जाने वाले विज्ञापनों के 168 सऊदी रियाल भी चुकाने होंगे।
- इसके अलावा, नियोजकों को कामगारों की स्वतंत्रता का पूरा ध्यान रखना होगा
- उन्हें उनके परिवार और भारतीय दूतावास में बात करने की स्वतंत्रता देनी होगी।
काम पर रखे गए कामगारों की उम्र 25 से 50 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि हाल ही में विश्व के सबसे बड़े तेल उत्पादक देश ने घरेलू कामगारों की स्थिति सुधारने के लिए कामगार अनुबंध में संशोधन करके नया सुविधाजनक अनुबंध तैयार किया है।