सऊदी अरब में राष्ट्रीयकरण बहुत तेजी से हुआ है, जिसमे प्रवासी कारीगरों को नौकरियों से हटाने के आदेश दिए गए थे। सौदिकरण के बाद सऊदी अरब में महिलाओं को रोजगार में शामिल करने की प्रक्रिया भी तेजी से जारी की गयी, जिसके बाद प्रवासी कर्मचारियों की जगह कई क्षेत्रों में महिलाओं को रोजगार दिया गया।
राष्ट्रीयकरण की वजह से देश में प्रवासियों की संख्या में कमी आई है कई श्रमिकों ने देश छोड़ दिया है और कई अब छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
जनरल अथॉरिटी ऑफ़ स्टैटिसटिक्स के अनुसार 2017 के अंतिम तीन महीनों में 466,000 प्रवासी श्रमिक सऊदी अरब को छोड़कर एग्जिट वीजा पर देश छोड़ कर चले गए हैं।
आंकड़ों के अनुसार यह भी कहा गया है की जिस समय यह चार लाख से अधिक श्रमिकों ने सऊदी अरब देश को छोड़ा तो उसी दौरान 100,000 सऊदी पुरुषों और महिलाओं ने श्रम बाजार में प्रवेश किया।
सऊदी गैजेट के अनुसार श्रम बाजार बुलेटिन में प्राधिकरण ने कहा कि 3.16 मिलियन सऊदी कर्मचारी वर्ष के अंत तक सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में काम कर रहे थे, जबकि 2016 में बाहर से आने वाले श्रमिकों की संख्या 10.88 मिलियन से 2017 के अंत तक 10.42 मिलियन हो गई। बुलेटिन ने कहा कि सऊदी अरब में नौकरी ढूँढने वाले लगभग 53.3% सऊदी पुरुष और महिलाएं ग्रेजुएट थी।
सऊदी गैजेट के अनुसार देश में कर्मचारियों की कुल संख्या 13.58 मिलियन थी। जिसमें 11.52 मिलियन पुरुष शामिल थे, जो 84.8% का प्रतिनिधित्व करते हैं और 2.06 मिलियन महिलाएं जो की 15.2 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती थी।
जनरल अथॉरिटी ऑफ़ स्टैटिसटिक्स के अनुसार, सोशल इंश्योरेंस फॉर सोशल इंश्योरेंस (जीओएसआई) के साथ रजिस्टर 9.94 मिलियन सऊदी और प्रवासी श्रमिक थे, जो नियोजित लोगों की कुल संख्या का 73.2% का प्रतिनिधित्व करते थे। अथॉरिटी के अनुसार देश में बेरोजगारी की दर पिछले साल की चौथी तिमाही के दौरान सौदीयों के बीच बेरोजगारी 12.8% थी।
सर्वेक्षण के अनुसार, 8.81 मिलियन (64.9%) कर्मचारी लोग रियाद, मक्का और पूर्वी प्रांत में रह रहे थे, जिनमें से 27.5% सौदी थे। सर्वेक्षण के अनुसार, 1.0 9 मिलियन बेरोजगार सौदी थे जिनमें 175,000 पुरुष (16.1%) और 911,000 महिलाएं (83.9%) शामिल थीं।