विज़न 2030 के तहत देश में पहली बार देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पर्यटन वीजा देने की घोषणा की गयी थी. इससे पहले देश में हज और उमराह के अलावा किसी भी दुसरे देश के लोगों को देश में घूमने की इजाजत नहीं थी. लेकिन अब सऊदी अरब बदल रहा है.
“डेस्टिनेशन फॉर मुस्लिम”
सऊदी आयोग फॉर टूरिज्म एंड नेशनल हेरिटेज (एससीटीएच) ने सऊदी अरब को दुनिया भर से मुस्लिम पर्यटकों के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने के लिए एक पहल शुरू की है और इस पहल का नाम रखा है “डेस्टिनेशन फॉर मुस्लिम” जिसका अर्थ है की मुस्लिमों का गंतब्य
एससीटीएच के प्रवक्ता सऊद अल-मोगबिल के मुताबिक, यह सभी पहल राष्ट्रीय परिवर्तन कार्यक्रम 2020 की प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बीच की साझेदारी के मॉडल की मांग करती हैं.
2030 में यह पहल देगी महत्वपूर्ण योगदान
अरब न्यूज के अनुसार उन्होंने कहा की “एससीटीएच एक पब्लिक/प्राइवेट सेक्टर साझेदारी की पहल का निर्माण कर रही है जो राष्ट्रीय पर्यटन क्षेत्र को बदल देगी और सऊदी विजन 2030 में महत्वपूर्ण योगदान देगी.” उन्होंने कहा कि एससीटीएच प्रमुख भागीदारों जैसे आंतरिक, विदेशी मामलों, हज और उमराह और सऊदी अरब एयरलाइंस के मंत्रालयों के साथ जुड़ रहा है.”
उन्होंने कहा की “एससीटीएच के अध्यक्ष प्रिंस सुल्तान बिन सलमान इस पहल के मास्टरमाइंड हैं, जिनका यह कार्यक्रम सऊदी विजन 2030 का हिस्सा है. ” उन्होंने कहा की “सऊदी विज़न 2030 के तहत पर्यटन एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है जिसे स्थायी रणनीतिक क्षेत्रों में से एक के रूप में पहचाना गया है .”
इन चार समूहों को करती है मुख्य रूप से लक्षित
उन्होंने कहा की “डेस्टिनेशन फॉर मुस्लिम” पहल उमराह यात्रियों को उनके धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करने के बाद उच्च गुणवत्ता वाले पर्यटन उत्पादों का आनंद उठाकर उनकी यात्रा को समृद्ध करने में सक्षम करेगी. यह पर्यटन क्षेत्र में निवेश के अवसरों को भी बढ़ाएगा.”
उन्होंने कहा की “यह पहल मुख्य रूप से चार महत्वपूर्ण समूहों को लक्षित करती है: उमराह यात्री, मुस्लिम व्यवसायी, अन्य मुस्लिम देशों के राज्य अतिथि, और मुस्लिम पारगमन यात्रियों.
उन्होंने कहा की ” एससीटीएच एक पर्यटन वातावरण बनाने के लिए बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण के एक महत्वाकांक्षी विकास कार्यक्रम में लगी हुई है जो इन पर्यटन अनुभवों को प्रदान कर सकती है.”