- भारत में भी लागू होने जा रहा है ‘मक्का रोड इनिशिएटिव’
- इसे लागू करने के लिए भारत और सऊदी अरब कर रहे हैं बातचीत
- सऊदी अरब के राजदूत सऊद बिन मोहम्मद ने कहा यह सुविधा भारत में भी उपलब्ध कराने की तैयारी जोरों पर
- यह सुविधा मलेशिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और पाकिस्तान में पहले से उपलब्ध है.
- मक्का रोड इनिशिएटिव से हज यात्रा और हो जाएगी सुगम
- हज यात्रियों को इस सर्विस से सऊदी अरब पहुंचने के बाद इमीग्रेशन के लिए दोबारा लाइन में नहीं लगना पड़ेगा
- इस सर्विस के चलते उनका इमीग्रेशन क्लीयरेंस भारत में ही हो जाएगा
- सऊदी के इमीग्रेशन अधिकारी भारतीय एयरपोर्ट पर ही मौजूद रहेंगे
- भारत से इमीग्रेशन क्लियर होने के बाद यात्रियों का सऊदी अरब का इमीग्रेशन वो अधिकारी एयरपोर्ट पर ही कर देंगे अधिकारी
- यात्रियों के कई घंटों का इंतजार कुछ मिनटों में बदल जायेगा
- यात्री सऊदी अरब पहुंचने पर सीधे मक्का और मदीना में अपने होटलों का रुख कर सकेंगे
- इस सुविधा के लागु होने पर यात्रियों को कस्टम्स क्लीयरेंस, स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं और सामान की छंटनी भी भारत में ही की जा सकेगी
- जिसके बाद उन्हें सऊदी अरब के एयरपोर्ट पर नहीं करना पड़ेगा इंतजार
- हज का कोटा होगा दोगुना
- फिलहाल भारत के लिए 2 लाख यात्रियों का है कोटा
- इसे 2030 तक करीब 5 लाख कर दिया जाएगा
The supervisory committee of the Makkah Road initiative is continuing its tour of countries to follow up on efforts to implement it.The tour includes Malaysia, Indonesia, Pakistan, Bangladesh, India and Tunisia. The initiative’s implementation started two years ago, under the directives of King Salman and the crown prince, to enhance services for Hajj pilgrims and to facilitate their journeys.
The initiative includes issuing visas, ensuring compliance with health requirements, and codifying and sorting luggage at airports in pilgrims’ own countries.
This enables pilgrims to bypass these procedures upon arrival in the Kingdom, and to head directly to buses waiting to transport them to their accommodations in Makkah and Madinah.
Under the initiative, service authorities deliver pilgrims’ luggage to their accommodations in those cities.
In Malaysia, the committee held a meeting with officials, examined preparations for the initiative’s implementation for the 2019 Hajj season, and toured Kuala Lumpur’s international airport.