सऊदी: भारत के कई लोग रोजगार के लिए सऊदी अरब जाते हैं. भारत से जाने वाले कामगारों की संख्या सऊदी में काफी अधिक है. उन्ही कामगारों में से एक 32 वर्षीय भारतीय युवक रफीक अहमद भी था. जो सऊदी अरब के रियाद शहर में एक फैक्ट्री में काम करता था. वह रोजी रोटी की तलाश में ढाई साल पूर्व सऊदी गया था. सऊदी में उसका भाई रकीब भी रहता है.
रफीक जिस फैक्ट्री में काम करता था उसमें तीन जून को आग लग गई थी. इस दौरान इसी हादसे में आग से झुलस कर रफीक की जान चली गई थी. हालांकि आग से झुलसने के बाद रफीक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. सऊदी से करीब सवा महीने बाद रकीब अपने भाई का शव लेकर बुधवार की रात को अपने घर पर पहुंचा.
रफीक भारत में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिलें के पुरासोफी मोहल्ले का रहने वाला था. बुधवार की रात जब रफीक का शव उसके घर पहुंचा तब परिजनों की चीख पुकार सुन पूरा मोहल्ला सिहर उठा. आस-पड़ोस के लोगों की आँखे भी रफीक की जली हुई लाश को देखकर आँसुओं से भर गयी. रफीक के परिवार के लोगों ने सऊदी सरकार पर हीलाहवाली, वेतन मुआवजा न दिए जाने का आरोप लगाया है.