अरब देशों में रहने वाले भारतीय कामगार अपने घरों पर पहले से अधिक पैसे भेज रहे हैं. इसको लेकर भारतीय कामगारों के परिवारों के बीच खुशनुमा माहौल हैं.
बता दें कि कामगारों द्वारा भेजे जा रहे पैसों में बढ़ोतरी की मुख्य वजह है भारतीय रूपए में डॉलर के मुकाबले गिरावट दर्ज होना है. भारतीय रुपया मंगलवार को सऊदी रियाल के मुकाबले 20.08 के नए निचले स्तर पर गिर गया.
जिसके बाद भारत और फिलिपीन जैसे देशों के कामगार अपने पैसे को स्थानांतरित करने के लिए प्रेरित हुए. सऊदी गेजेट के मुताबिक, हाल के महीनों में घर भेजे जाने वाले धन में भी बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि कई विदेशी श्रमिक फाइनल एग्जिट वीजा पर चले गए हैं और कई ने उच्च फमिली टैक्स के संदर्भ में अपने परिवारों को घर भेज दिया है.
विडंबना यह है कि घर भेजे जाने वाली रकम का मूल्य हाल ही में बढ़ गया है क्योंकि कई प्रवासी घर को सेवा लाभ के अंत में भेज रहे हैं. प्रवासी अरशद चिसतरी ने कहा कि कमजोर भारतीय रुपया कुछ भी फायदेमंद नहीं है क्योंकि मुद्रास्फीति अपने देश में बढ़ रही है. हाँ, मेरे परिवार को अधिक पैसा मिलता है, लेकिन स्कूल फीस और दूध, बिजली और अन्य सामान में वृद्धि हुई है.